बिलासपुर— कानन पेण्डारी के गेट नम्बर 3 के बाहर संकरी का एक किसान बद्रीप्रसाद पाण्डे की आत्महत्या की धमकी की सूचना पर आज वनमण्डल बिलासपुर के अधिकारियों में हड़कम्प मच गया। बद्रीप्रसाद पाण्डेय ने कलेक्टर कार्यालय में एक आवेदन सौंपते हुए आरोप लगाया था कि कानन के अन्दर के पानी से उसके फसल को नुकसान हो रहा है। यदि पानी नहीं रोका गया तो वह कानन पेन्डारी के सामने आत्मदाह कर लेगा।
खबर मिलते ही वन मण्डल कार्यालय में हड़कम्प मच गया। दोपहर 1.00 बजे वनमण्डलाधिकारी और अपर प्रधान मुख्य वनसंरक्षक के साथ रेंजर टी.आर.जायसवाल ने मौके का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने शिकायत कर्ता बद्रीप्रसाद पाण्डे से मिलकर मामले को समझने का प्रयास किया। पूछताछ के बाद मालूम हुआ कि बद्री प्रसाद पाण्डेय ने 24 जुलाई को कलेक्टर बिलासपुर के यहां आवेदन दिया था कि उसके खेत में कानन पेन्डारी के चलते उसके खेत बाहरी खेतों का पानी आ रहा है। यदि समस्या का निराकरण नहीं किया गया तो वह आत्मदाह कर लेगा।
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने पाया कि बद्रीप्रसाद पाण्डे ने कानन जुलाजिकल पार्क से लगे खाली राजस्व की जमीन को अपनी जमीन में मिला लिया है। जिसके कारण बाहरी खेतों का पानी उसके खेत में आने लगा। वन अधिकारियों ने शिकायत को दूर करते हुए बाहरी प्लाट से आने वाले पानी को कानन के गेट नम्बर तीन के नीचे से बाहर जाने का रास्ता दिया।
बहरहाल अधिकारियों ने बद्रीप्रसाद पाण्डे की सहमति से पानी का बहाव परिवर्तित कर दिया गया है।