आपत्तीजनक स्थिति में देखकर आग बबूला हुआ भाई..दूसरे दिन उतारा मौत के घाट..पुलिस कप्तान ने बताया… नाबालिग और मुख्य आरोपी गिरफ्तार

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— पुलिस कप्तान ने शनिवार को खुलासा किया कि सात फरवरी को मस्तूरी थाना क्षेत्र किसान परसदा में हत्या के दोनों आरोपियों को पकड़ लिया गया है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि आरोपी को उसके बहन के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देखा था। दूसरे दिन शराब पीने के बाद नाबालिग के साथ मिलकर देवप्रसाद की हत्या की है।

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               पुलिस कप्तान प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि 7 फरवरी को मस्तूरी थाना पहुंचकर हरप्रसाद सूर्यरवंशी ने बताया कि उसके सौतेले भाई देवप्रसाद का शव गांव के गौठान में पड़ा है। किसी ने उसके सिर पर चोट किया है। जानकारी के बाद पुलिस मौके पर पहुंची शव को पंचनामा कार्रवाई के लिए भेजा गया। रिपोर्ट में डॉक्टरों ने बताया कि किसी ने देवप्रसाद की हत्या की है।

               आरोपियों को पकड़ने के लिए डीएसपी निमिषा पाण्डेय,और थाना प्रभारी फैजूल शाह की अगुवाई में टीम का गठन किया गया। आरोपियों को पकड़ने के लिए कई लोगों से पूछताछ की गयी। इसी दौरान टीम को जानकारी मिली कि एक महीने पहले मृतक देवप्रसाद कौशल भवानी के घर में आपत्तीजनक स्थिति में देखा गया था। घटना दिनांक को कौशल का बेटा सूरज कुमार भवानी और उसका नाबालिग दोस्त एक साथ देखे गए थे। तीनों ने जयरामनगर शराब भट्ठी से शराब खरीदा था। शराब पीने के बाद तीनों देर शाम तक घूम रहे थे। तीनों ने परसदा स्थित रामनाथ के किराना दुकान से ब्रेड खरीदा था। जानकारी के बाद सूरज भवानी और उसके नाबालिग दोस्त को पकड़कर पूछताछ की गयी।

                             पुलिस कप्तान ने बताया कि पूछताछ के दौरान कौशल और उसके नाबालिग दोस्त ने अपराध स्वीकार कर लिया है। सूरज कुमार भवानी ने बताया कि मृतक देवप्रसाद सूर्यवंशी उसकी बहन पर गलत नजर रखता था। एक महीने पहले वह बिना कपड़ा पहने उसके घर में घुस गया था। घटना के एक दिन पहले वह आपत्तिजनक स्थिति में मिला। इसके बाद उसने देवप्रसाद को जान से मारने का मन बना लिया। इसके लिए उसने अपने नाबालिग दोस्त के साथ हत्या का प्लान बनाया।

                      पुलिस कप्तान ने जानकारी दी कि घटना के दिन नाबालिग दोस्त के साथ देवप्रसाद को लेकर शराब दुकान ले गए। शराब पीने के बाद देवप्रसाद को रमेश केशरवानी के मकान में छोड़ आए। क्योंकि देवप्रसाद पिछले एक महीने से रमेश के सूने मकान में ही सोता था। कुछ देर बाद करीब 9 बजे नाबालिग दोस्त के साथ रमेश केशरवानी के दुकान पहुंचे। देवप्रसाद को जमीन पर पटककर ईट से ताबड़तोड़ हमला किया। लगातार चोट के कारण उसकी मौत हो गयी। इसके बाद दोनों मौके से फरार हो गए।

                  पुलिस कप्तान ने बताया कि आरोपियों को अपराध कबूल करने के बाद आईपीसी की धारा 302 और 34 के तहत अपराध दर्ज किया गया है। मामले में अब अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।

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