बिलासपुर– आम आदमी पार्टी बिलासपुर जिला इकाई ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम पत्र में प्रदेश सरकार और बस्तर आईजी की शिकायत की है। आप नेताओ ने बस्तर पुलिस और राज्य सरकार पर आप नेताओं,आदिवासी और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। आप और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को झूठे आरोप में जेल भेजने की धमकी दी जा रही है। पत्र में आप नेताओं ने बस्तर पुलिस पर गैर कानूनी कार्य करने का भी आरोप लगाया है।
आप नेता नीलोत्पल शुक्ला,सरदार जसबीर सिंह और प्रियंका ने बताया कि बस्तर में आदिवासी और आदिवासियों का सहयोग करने वालों को पुलिस निशाना बना रही है। नक्सली उन्मूलन के नाम पर निर्दोष आदिवासियों को फर्जी मुढभेड़ में मारा जा रहा है। नीलोत्पल,जसबीर और प्रियंका ने पत्रकारों को बताया कि आम आदमी पार्टी और पीयूसीएल के आह्वान पर दंतेवाड़ा के मटेनार में आदिवासियों के साथ 19 दिसम्बर को सभा का आयोजन किया गया। सभा में शामिल लोगों ने बताया कि नक्सली उन्मूलन के नाम पर आदिवासियों को फर्जी मुढभेड़ में मौत के घाट उतारा जा रहा है। आदिवासी महिलाओं के साथ पुलिस अमानवी्य व्यवहार करती है।
प्रियंका ने बताया कि सभा के दूसरे दिन 20 दिसम्बर हम लोग पांच साथियों के साथ क्षेत्र में निकल रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने उन्हें घेर लिया। क्षेत्र में आने का कारण पूछा। मोबाइल से फोटो लिया। सोशल मीडिया में फोटो डालकर पुलिस ने प्रचार किया प्रियंका शुक्ला और उसके साथी जेएनयू के छात्र हैं। 19 दिसम्बर को गांव में सभा का आयोजन कर नक्सलियों के समर्थन में भाषण दिया है।
प्रियंका ने बताया कि ना तो जेएनयू की छात्रा है और ना ही वह पत्रकार ही हैं…वह आम आदमी पार्टी की कार्यकर्ता और अधिवक्ता है…। प्रियंका के अनुसार बस्तर पुलिस सभा में शामिल मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित कर रही है। फर्जी मामले में जेल भेजने की धमकी दे रही है।
नीलोत्पल ने बताया कि इसके पहले बस्तर पुलिस ने छात्र,पत्रकार ,मानवाधिकार कार्यकर्ता और वकीलों के सात सदस्यों को माओवाद का समर्थक बताकर जेल भेजा है। ऐसा सिर्फ दहशत फैलाने के लिए किया गया है।
आप नेताओं ने बस्तर आई जी पर शालिनी गैरा को नोट बदलने के नाम पर फर्जी शिकायत दर्ज किए जाने का भी आरोप लगाया है। आप नेताओं के अनुसार कल्लूरी ने बस्तर को पुलिस बल और सुरक्षाबल का यातना शिविर बना दिया है। हमने राष्ट्रपति से पत्र लिखकर बस्तर में लोकतंत्र स्थापित करने की मांग की है। साथ जेल में बंद बेगुनाह पत्रकार और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की रिहाई की मांग की है।
इस मौके पर नीलोत्पल शुक्ला,सरदार जसवीर सिंह,विनय जायसवाल,प्रियंका शुक्ला,दीपांशु कश्यप,विजय पात्रे,अनुषा शर्मा,डीडी सिंह,अरविंद सिंह समेत आप कार्यकर्ता उपस्थित थे।