आबकारी मंत्री का बेबस बयान…कहा..अधिकारी जानकारी नहीं देते…कार्टून घोटाला का कराउंगा जांच..कोचियों की खैर नहीं

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— दो दिवसीय प्रवास पर बिलासपुर जिला पहुंचे आबकारी मंत्री ने कहा कि अधिकारी ना तो बात मानते हैं…ना ही जानकारी ही देते हैं। अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करूंगा। कोचिया को बढ़ावा देने वालों को नहीं छोड़ूंगा। कार्टून घोटाला यदि हुआ है तो दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। एक सवाल के जवाब में बेबसी जाहिर करते हुए आबकारी मंत्री लखमा ने कहा कि अाबकारी अधिकारी जानकारी नहीं देते हैं। महाराष्ट्र की शराब स्टाक को लेकर जांच और कार्रवाई चल रही है। क्या कुछ हुआ है अभी तक उन्हें जानकारी भी नहीं है।सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करे

             
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                                     आदिवासी सम्मेलन मानिकचौरी में शामिल होने आबकारी और उद्योग मंत्री दो दिवसीय प्रवास पर सुबह बिलासपुर पहुंचे। आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने बताया कि आदिवासी विकास को लेकर सरकार लगातार काम कर रही है। सम्मेलन में लोगों से मिलने का अवसर मिलेगा। शासन की योजनाओं की जानकारी दूंगा। उनकी बातों को सरकार में रखूंगा। इस दौरान आबकारी मंत्री ने पत्रकारों से विस्तार से चर्चा की। सवालों का जवाब भी दिया।

कार्टून घोटाला..और जानकारी नहीं

               शराब की खपत पूर्व की ही तरह है। कार्टून संख्या भी  पूर्व की ही तरह है। अपनों को लाभ पहुचाने के लिए टेन्टर का दर बढ़ाया गया। फिर कार्टून संख्या कम क्यों हो गयी। आखिर घोटाला क्या है। सवाल के जवाब में आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि टेन्डर प्रक्रिया सही है…किसी प्रकार की गड़बड़ी का सवाल ही नहीं उठता है। जानकारी नहीं है कि कार्टून की संख्या कम हो गयी है। इससे जाहिर होता है कि घोटाला ही है। संभावना से इंंकार भी नहीं किया जा सकता है। किसी को लाभ पहुंचाने के लिए सब हो रहा है। यदि ऐसा है तो अपराध है। दोषी के खिलाफ कार्रवाई करूंगा। मंत्री ने कहा कि इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। पत्रकारों ने जब याद दिलाया कि आपने कुछ अधिकारियों को कार्टून टेन्डर को लेकर डांटा डपटा  भी था। फिर अधिकारी आपकी बातों को गंभीरता से नहीं लिया। लखमा ने बताया कि हम पता लगाएंगे। साथ ही लखमा ने बेबसी जाहिर करते हुए कहा कि अधिकारी उन्हें कुछ नहीं बताते। ना ही किसी प्रकार की जानकारी देते हैं।

कोचियों को बढ़ावा…क्यों

                        क्या कोचियों को बढ़ावा देने का फैसला किया गया है। पहले कोई व्यक्ति आठ पाव शराब खरीद सकता था…लेकिन अब 48 पाव दिया जा रहा है। लखमा ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि यदि प्रमाणिक जानकारी मिल गयी तो किसी को नहीं छोड़ा जाएगा। कोचियों को बढ़ावा देने का सवाल ही नहीं उठता है। इस बात की भी जानकारी अपने सूत्रों से हासिल करूंगा। दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करूंंगा। इसी से जुड़े एक सवाल पर लखमा ने बताया कि बाहर की शराब प्रदेश में बेचने वालों को नहीं छोड़ा जाएगा।

बाम्बे टू गोवा का भारी स्टाक…क्यों और कैसे

                                        प्रदेश में पांच लाख से अधिक बाम्बे टू गोवा शराब की बोतलों को बरामद किया गया है। इससे जाहिर होता है कि डिस्लेरी कम्पनियों से महाराष्ट्र की शराब खपायी जा रही हैं। दुकानों में भी बाम्बे टू गोवा महाराष्ट्र की शराब को स्टाक कर दिया गया है। अब तक क्या कार्रवाई हुई है। लखमा ने बताया कि स्टाक को लेकर अभी निर्णय नहीं लिया गया है। आप लोगों से जानकारी मिल रही है कि पांच लाख से अधिक महाराष्ट्र की बाटलों में सवा चार करोड़ से अधिक शराब बरामद किया गया है। फिलहाल मामले की छानबीन हो रही है। इसके बाद उचित निर्णय लेंगे। दोषी के खिलाफ सख्त कदम उठाएंगे। पता े लगाएंगे कि आखिर गड़बड़ी हुई कहां से…और इसके लिए जिम्मेदार कौन है। बाहर की शराब को बेचा नहीं जाएगा।

रिपोर्ट के बाद समीक्षा..रसूखदारों से ऊपर सरकार

                           आपने ने पिछले दौरे में फैक्ट्रियों में छापा मारा…कार्रवाई के बाद अब तक क्या कुछ कदम उठाए गए हैं। सवाल के जवाब में लखमा ने कहा कि हमने उद्योगपतियों को निर्देश दिया है कि स्थानीय लोगों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार दिया जाए। जल्द ही कार्रवाई को लेकर समीक्षा करने वाले हैं। जो भी मामला होगा सामने आ जाएगा। एक अन्य सवाल के जवाब में लखमा ने कहा कि जिन उद्देश्यों को लेकर उद्योगपतियों को सुविधाएं दी गयी है..यदि उसकी जगह दूसरा कुछ  उद्योग संचालित होना पाया गया तो कठोर कार्रवाई करेंगे। मामले में जांच समिति गठन कर रिपोर्ट देने को कहा गया है। दो महीने का समय भी दिया गया है। रिपोर्ट की समीक्षा भी करेंगे। लखमा ने बताया कि रसूखदारों को मालूम हो जाएगा कि सरकार से ऊपर कोई नहीं होता है।

                   पत्रकार वार्ता के दौरान स्थानीय विधायक शैलेश पाण्डेय,मस्तूरी के पूर्व विधायक दिलीप लहरिया और चित्रकांत श्रीवास भी मौजूद थे।

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