बिलासपुर—-शिक्षक नेता ने आम जनता से अपील कर दान पुराना अनुप्रयोगी मोबाइल देने को कहा है। शिक्षक नेता ने सक्षम लोगों से कहा कि इस समय स्कूल नहीं लग रहा है। जिसके चलते बच्चों की क्लास आनलाइन लग रही है। जिसके पास एन्ड्रायड मोबाइल है ऐसे बच्चों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं है। लेकिन गरीब बच्चे के अभिभावकों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। यदि लोग सहयोग करेंगे तो गरीब बच्चों का जीवन बन जाएगा। उनकी भी आनलाइन पढ़ाई अच्छी तरह से हो जाएगी।
शिक्षक नेता अमित नामदेव ने बताया कि कोरोना संक्रमण काल में राज्य सरकार के आदेश के बाद बच्चों को सुरक्षित रखने स्कूल संचालन बन्द कर दिया है। बच्चों की पढ़ाई स्कूल शिक्षा विभाग की महत्वाकांक्षी योजना पढ़ाई तुंहर द्वार के माध्यम से घर बैठे ऑनलाइन किया जा रहा है। अध्यापक अपने छात्रों से सीधे ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई करवा रहे हैं। प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर सरकारी स्कूलों के बच्चो के लिए बनी ऑनलाइन शिक्षण योजना का लाभ बच्चो तक पहुँचने लगा है। ऑनलाइन क्लास अटेंड कर रहे छात्रों के बीच सकारात्मक परिणाम भी आने लगा है।
इन सब के बीच समस्या उन गरीब विद्यार्थियों के लिए है जिनके अभिभावकों के पास स्मार्ट फोन की सुविधा नहीं है । यदि है भी तो रोजाना खर्च होने वाले डाटा पैक के लिए पैसे नही है। क्योंकि शासकीय विद्यालयों में ज्यादातर आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के बच्चे पढ़ाई करते है। कोरोना संक्रमण काल मे ज्यादातर दैनिक कामगारो के सामने रोजी रोटी का संकट है। ऐसे में बच्चों के लिए डाटा पैक का खर्च करना अभिभावकों के लिए मुश्किल जा रहा है। यदि एक से अधिक बच्चे है तो खर्च करना और भी गंभीर समस्या है।
शिक्षक नेता अमित कुमार नामदेव ने बताया कि शासकीय स्कूल के विद्यार्थियों की समस्या को देखते हुए आम लोगो से निवेदन है कि अपना चालू अनुपयोगी मोबाईल फोन का दान करे। यह मोबाइल भले ही लोगो के लिए अनुपयोगी हो…लेकिन किसी गरीब बच्चे के जीवन में शिक्षा का उजियारा ला सकता है।
अमित कुमार नामदेव ने बताया कि वह खुद शिक्षक हैं। इसलिए आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के माता पिता की स्थिति को समझ सकता हूं। मैने ऐसी समस्या को करीब से देखा है। गरीब बच्चो के पास स्मार्टफोन नही होने के कारण उन्हें ऑनलाइन शिक्षा से व्ंचित होना पड़ रहा है।
नामदेव ने बताया कि उन्होंने अपने स्तर पर प्रयास कर दोस्तों , परिचितों , रिश्तेदारों से अनुरोध किया है कि चालू हालात की अनुप्रयोगी मोबाइल आर्थिक रूप से कमजोर परिचित परिवार को दान करें। ताकि उनकी शिक्षा में व्यवधान कम किया जा सके। अमित ने बतााय कि मैंने निजी स्तर पर खर्च पर कुछ बच्चो के मोबाइल रिचार्ज भी किया है। प्रयास है कि आर्थिक रूप से कमजोर मता पिता के बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई से वंचित नही होना पड़े।
शिक्षक नेता ने बताया कि सभी लोगो से अपील के साथ ही परिचितों के घर जा रहा हूं। चालू हालत की अनुपयोगी मोबाइल को मांग रहा हूं। और मुझे सफलता भी मिली है। लोगों से निवेदन है कि सभी लोग अपना चालू हालात का अनुपयोगी मोबाइल आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के बच्चों को दें। ताकि बच्चों को शासन की महत्वाकांक्षी योजना का सम्पूर्ण लाभ मिल सके।