इंटरनेट उपयोग करें पर इसका नशा न हो-कुलपति

Shri Mi
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yuva1cvru♦स्वामी विवेकानंद की 154वीं जयंती पर सीवीआरयू में हुए विभिन्न आयोजन
♦विद्यार्थियों ने विवेकानंद के आदर्शो पर चलने का लिया संकल्प
बिलासपुर(करगीरोड)। देश के युवाओं को तकनीकी रूप से अति सुविधा देकर इसके नशे का आदी बनाया जा रहा है। सही मायने में यह युवा शक्ति को शरीरिक और मानसिक रूप से कमजोर करने का षड्यंत्र है, युवाओं को तकनीकी सुविधाओं का उपयोग उतना ही करना चाहिए, जिससे वह सुविधाओं का नशे की तरह आदी न हों। भारत की युवा शक्ति यदि इंटरनेट को गलत तरीके से उपयोग कर उसमें अपने जीवन का महत्वपूर्ण समय बर्बाद करेगी, तो समाज का पतन होना तय है। सफल वहीं व्यक्ति होता है, जो अपने जीवन में किसी भी सुविधा और वस्तु की आवश्यकता और सीमा को तय कर लेता है।ये बातें डाॅ.सी.वी.रामन् विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.आर.पी.दुबे ने कहीं।

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                                      वे युग पुरूष स्वामी विवेकानंद की 154वीं जयंती के अवसर पर आयोजित राष्ट्रीय युवा दिवस कार्यक्रम में विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे। प्रो.दुबे ने कहा कि इस बात में कोई दो मत नहीं है, कि आज का समय वैश्विक युग है और एक क्लिक में ही मोबाइल में पूरी दुनिया आपकी आंख के सामने है, लेकिन ये समय तो यह विचार करने का भी समय है, कि हम इस सुविधाओं का उपयोग कितना और कैसे करते है। मोबाइल में मिलने वाली इंटरनेट की सुविधा का हम सकारात्मक और तय समय सीमा मे ंउपयोग करें तो यह जीवन में लाभ देगा, लेकिन यदि हम इनका गलत उपयोग करें या बेहिसाब उपयोग करें तो यह हमारे जीवन में यह नकारात्मक और दुःप्रभाव लेकर आएगा।

संस्कार व जीवन के आदर्श रूप से भटक रहे युवा-कुलसचिव
shailesh_pandey_cvru_yuva diwasyuva_cvruइस अवसर पर डाॅ. सी.वी.रामन् विश्वविद्यालय के कुलसचिव शैलेष पाण्डेय ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार द्वारा समाज व राष्ट्रीय विकास के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं में युवाओं को उत्साह से बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए।उन्होेंने बताया कि बेटी बचाव-बेटी पढ़ाव, स्वच्छ भारत अभियान, नशामुक्ति, रक्तदान महादान, नारी सम्मान, जल एवं पर्यावरण संरक्षण जैसे बड़े अभियान हैं, जिसमें युवाओं को जुड़कर काम करना चाहिए। तभी हम विकसित राष्ट्र की कल्पना कर सकेंगे। यही मायने में यही स्वामी विवेकानंद को सच्ची श्रद्वांजली होगी।पाण्डेय ने कहा आज युवा अपने संस्कारों और जीवन के आदर्श स्वरूप से भटकाव की स्थिति तक जा पहुंचा है, युवाओं की इनमें वापसी तभी संभव है, जब हम स्वामी विवेकानंद आदर्शों पर चलें।

स्वामी जी के जीवन व आदर्शो पर होगें आयोजन
राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर विश्वविद्यालय में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। सुबह विद्यार्थियों के बीच वाद-विवाद प्रतियोगिता आयोजित की गई। इसके बाद स्वामी विवेकानंद के जीवन पर लेखन प्रतियोगिता हुई। जिसमें विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। साथ ही विद्यार्थियों को केंद्रीय ग्रंथालय में उपलब्ध पुस्तकों की जानकारी देकर उनके जीवन से प्रेरणा लेने का आव्हान किया गया। इसके बाद विद्यार्थियों ने कैंपस में विशाल रैली निकाली। जिसमें विद्यार्थियों ने अनेक पोस्टर के माध्यम से उनके विचारों को सबके सामने रखा। विद्यार्थियों ने स्वामी विवेकानंद के आदर्शों में चलने का संकल्प लिया। 12 से 19 जनवरी तक स्वामी विवेकानंद के जीवन और उनके आदर्शों पर आधारित विश्वविद्यालय में विभिन्न आयोजन होंगे।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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