इमानदारी आज भी जिंदा है…गुम आभूषण असली मालिक के हवाले..लौटाने वाले ने कहा…भूलवश ले गया घर…

BHASKAR MISHRA
3 Min Read
बिलासपुर— यदि कहें कि इमानदारी आज भी जिंदा है तो अतिश्याक्ति नहीं..तो फिर सहज भी नहीं लगेगा। लेकिन यह सच है कि लिंगियाडीह स्थित पंजाब नैशनल बैंक में इमानदारी का सबूत एक खाताधारक ने आभूषण लौटाकर दिया। बैंक प्रबंधक ललित अग्रवाल ने बताया कि हमें गर्व है कि हमारे खाताधारी एक दूसरे की भावनाओं का ना केवल सम्मान करते हैं। बल्कि ऐसी मिशाल पेश कर अच्छे नागरिक का परिचय भी देंते हैं। आज आई.एस.चंदेल ने जो किया उससे यह जाहिर होता है कि आज ईमानदार और इमानदारी कल भी जिन्दा थी और आज भी जिन्दा है।
                     मामला कुछ इस तरह है लिंगियाडीह स्थित पंजाब नैशनल बैंक में एक ग्राहक अपना लाकर देखने आया। बाद में लाकर से जरूरी सामान या आभूषण लेकर घर चला गया। कुछ देर बाद बैंक खाताधारी आई.एस चंदेल बैंक पहुंचते हैं। प्रबंधक को ईयर रिंग लौटते हुए कहते हैं कि यह हमारा नहीं है। धोखे से हमारे सामान के साथ घर चला गया। बेहतर हो कि जिस किसी व्यक्ति का उसे सुपुर्द कर दिया जाए। इतना सुनते ही बैंक प्रबंधक हतप्रभ हो गए। उन्होने चंदेल का ना केवल स्वागत किया बल्कि उपस्थित लोगों से उनकी ईमानदारी का परिचय भी कराया।
                         दरअसल चंदेल जब अपने लाकर से सामान निकाले..उसी समय कोई दूसरा व्यक्ति भी अपना लाकर खोला। लेकिन इयर रिंग की डिब्बी को साथ ले जाना भूल गया। इधर चंदेल लाकर बंद कर अपने सामान के साथ धोखे से पास में रखे ईयर रिंग की डिब्बी घर लेकर चले गए। घर पहुंचने पर मालूम हुआ कि इयर रिंग उनका है ही नहीं..धोखे से उनके सामान के साथ आ गया। इसके बाद बुजुर्ग खाताधारी चंदेल सीधे बैंक पहुंचे। और आभूषण की डिब्बी को प्रबंधक के हवाले कर दिया।
               लिंगियाडीह पीएनबी बैंक प्रबंधक अग्रवाल ने बताया कि ईमानदारी और ईमानदार व्यक्ति को आज हमारे स्टाफ ने बहुत करीब से देखा। हमे खुशी है कि ऐसे लोग हमारे बैंक से जुड़कर गौरवान्वित किया है। खोजबीन के बाद जानकारी मिली कि ईयररिंग का वास्तविक मालिक बी. मोदी है। उन्हें बैंक बुलाया गया। चंदेल और गणमान्य ग्राहकों की उपस्थिति में उन्हें ईयररिंग सौंपा गया। इस दौरान बैंक प्रबंधन ने सभी को सावधानी रखने का निवेदन किया।उपस्थित लोगों ने चंदेल की ईमानदारी की खुले दिल से तारीफ की। सभी से उनके कार्यों से प्रेरणा लेने की बात कही गयी। ललित अग्रवाल ने कहा कि जब चारो तरफ जालसाज और बेईमानी की खबर सुनने और पढ़ने को मिले। ऐसे में इस प्रकार की खबर निश्चित रूप से दिल को सुकुन देने वाली होती है।  फिर चंदेल जैसे ईमानदार व्यक्तियों को देखकर लोगो पर अविश्वास करने की कोई वजह भी नहीं रह जाती है।
close