इस बार ‘हल्बी‘ और ‘सरगुजिहा’ मे उदबोधन करेंगे सीएम

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raman ke gothरायपुर। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की मासिक रेडियो वार्ता ‘रमन के गोठ’ की पांचवी कड़ी का प्रसारण रविवार 10 जनवरी को सवेरे 10.45 से 11बजे तक आकाशवाणी के रायपुर केन्द्र से किया जाएगा। राज्य में स्थित आकाशवाणी के सभी केन्द्र इसे एक साथ प्रसारित करेंगे। मुख्यमंत्री अपनी इस रेडियो वार्ता में हिन्दी के साथ-साथ छत्तीसगढ़ी भाषा में भी जनता को सम्बोधित करते आ रहे हैं, लेकिन इस बार के प्रसारण में डॉ. सिंह हिन्दी और छत्तीसगढ़ी के अलावा राज्य के बस्तर अंचल की ‘हल्बी‘ बोली और सरगुजा अंचल की बोली ‘सरगुजिहा’ में भी अपना उद्बोधन देंगे। बस्तर संभाग के जिलों में उनकी इस रेडियो वार्ता के प्रारंभिक अंशों में ‘हल्बी’ और सरगुजा संभाग के जिलों में ‘सरगुजिहा’ बोलियों की भी सौंधी महक मिलेगी।  उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार के जनसम्पर्क विभाग द्वारा प्रायोजित ‘रमन के गोठ’ का मासिक प्रसारण हर महीने के द्वितीय रविवार को आकाशवाणी द्वारा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री अपने इस प्रसारण में छत्तीसगढ़ के जनजीवन और तीज-त्यौहारों से लेकर किसानों, ग्रामीणों, आम नागरिकों और  समाज के सभी वर्गों की तरक्की और खुशहाली के लिए राज्य सरकार की नीतियों और योजनाओं पर प्रकाश डालते हैं। इस कार्यक्रम की पहली कड़ी का प्रसारण लगभग पांच महीने पहले 13 सितम्बर को हुआ था

                                       अब तक ‘रमन के गोठ’ की चार कड़ियों का प्रसारण हो चुका है। ईब नदी से लेकर इन्द्रावती तक और शिवनाथ से लेकर महानदी तक, घरों के आंगन से चौपालों तक ‘रमन के गोठ’ की अनुगूंज सुनने के लिए बच्चों, युवाओं और बड़े बुजुर्गो में एक नया उत्साह देखा जा रहा है। उल्लेखनीय है कि डॉ. रमन सिंह देश के पहले मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के ‘मन की बात’ से प्रेरणा लेकर आकाशवाणी के रायपुर केन्द्र से छत्तीसगढ़ की जनता को हर महीने सम्बोधित करने और प्रदेशवासियों के साथ अपने विचारों को साझा करने की शुरूआत कर दी है। प्रधानमंत्री श्री मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह दोनों के इन कार्यक्रमों से टेलीविजन के इस युग में रेडियो का महत्व एक बार फिर बढ़ गया है। यह कहना गलत नहीं होगा कि जनता के बीच रेडियो वापस आ गया है। आकाशवाणी के स्थानीय अधिकारियों के अनुसार ‘रमन के गोठ’ का प्रसारण शुरू होने के लगभग पांच महीने में प्रदेश में ट्रांजिस्टरों की बिक्री में भारी इजाफा हुआ है।

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