रायपुर।वर्ल्ड बैंक ने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा प्रदेश में ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ के लिए उठाए गए कदमों और इससे प्रदेश में व्यापार और उद्योग को बढ़ावा देने में मिल रही प्रभावी सफलता की सराहना की है। वर्ल्ड बैंक ने राज्य सरकार के इन प्रयासों के साथ सक्रिय सहयोग की इच्छा जताई है।वर्ल्ड बैंक के विशेषज्ञों का दल राज्य सरकार के इन उपायों के अध्ययन के लिए इस महीने की 12 और 13 तारीख को छत्तीसगढ़ के दो दिवसीय दौरे पर था।
विशेषज्ञों ने इस दौरान राज्य सरकार के वाणिज्य और उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव एन. बैजेन्द्र कुमार सहित कई विभागों के अधिकारियों से मुलाकात कर ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ सुधारों के लिए राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यो के बारे मे विचार-विमर्श किया।
बता दें कि वर्ल्ड बैंक और भारत सरकार के औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग (डी.आई.पी.पी.) द्वारा जारी वर्ष 2016 और 2015 की वार्षिक रिपोर्ट में ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ के मामले में देश के 36 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में छत्तीसगढ़ लगातार दो वर्षो से चौथे स्थान पर है।
वर्ल्ड बैंक के विशेषज्ञों ने अधिकारियों से मिलकर कई विभागों की अपनाई जा रही बेस्ट प्रैक्टिसेस की जानकारी ली और इनमें और क्या बेहतर सुधार किए जा सकते हैं, इनके बारे में विचार-विमर्श किया।
वर्ल्ड बैंक ने छत्तीसगढ़ सरकार के साथ छत्तीसगढ़ में स्टार्ट-अप ट्रेनर्स के प्रशिक्षण और प्रदेश में निर्यात को बढ़ावा देने के उपायों में सहयोग की इच्छा जताई। वर्ल्ड बैंक के अधिकारियों ने छत्तीसगढ़ में निर्यात की संभावना के अध्ययन और रणनीति तैयार करने में सहयोग देने की पेशकश की। प्रदेश में स्टार्ट अप को बढ़ावा देने के लिए बेहतर अधोसंरचना और वातावरण तैयार करने में भी वर्ल्ड बैंक मदद करेगा।
विशेषज्ञों ने छत्तीसगढ़ में उद्योग जगत के लिए लागू एकीकृत सेवा प्रदाता प्रणाली और विभिन्न विभागों के बीच त्वरित डाटा शेयरिंग के बारे में भी विस्तार से जानकारी ली। विशेषज्ञों ने ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ में छत्तीसगढ़ को मिल रही अच्छी सफलता के कारणों का अध्ययन किया।