बिलासपुर— उज्जेैन से मेयर रामशरण दोपहर में फोन आया। फोन किसी सन्यासी का था। उसने मेयर से बिलासपुर में धूनी रमाकर बैठे दो सन्यांसियों के लिए सहयोग मांगा। मेयर को बताया गया कि दोनों दो दिन से भूखे हैं। उनके पास खाने पीने का सामान नहीं है। जानकारी के बाद मेयर रामशरण मौके पर तत्काल पहुंच राशन का वितरण किया। साथ ही 1000 रूपए भी दिए।
ज़ानकारी मिली है कि महापौर रामशरण को उज्जैन से किसी सन्यासी ने फोन से बताया कि बिलासपुर में दो सन्यासी दो दिन से भूखे प्यासे हैं। उनके पास खाने के लिए एक दाना भी नहीं है। दोनों यदुनन्दननगर स्थित गोकने नाला के पास एक कुटिया में रहते है। कोरोना वायरस के चलते बाहर निकलना भी नहीं हो रहा है। उन्हें मदद की सख्त जरूरत है।
जानकारी मिलते ही रामशरण यादव तत्काल राशन सामाग्री लेकर स्टाफ के साथ बताए गए स्थान पर पहुंचे। उन्होने पाया कि दो औघड़ सन्यासी कुटिया के अन्दर है। लाकडाउन के चलते पिछले कई दिनों से बाहर नहीं निकले है। कुटिया में राशन सामाग्री भी नहीं है। रामशरण यादव ने निगम की तरफ से तत्काल चावल दाल, समेत अन्य सामाग्रियों का वितरण किया। इसके अलावा उन्होने मास्क भी दिया। साथ ही कुटिया को सेनेटाइज्ड भी कराया।
लौटते समय रामशरण यादव ने एक हजार रूपए भी दिए। साथ ही अपना नम्बर देते हुए जरूरत पड़ने पर फोन करने को कहा। लेकिन इस दौरान बाहर निकलने यथा संभव बचने की सलाह दी।