उस्लापुरः ट्रेन की चपेट में आने से अधेड़ की मौत…गायत्री परिवार का सदस्य…परिजनों ने कहा दाल में कुछ काला

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर– उस्लापुर में बिलासपुर से इंदौर जा रही नर्मदा एक्सप्रेस की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गयी है। जानकारी के अनुसार मृतक का नाम शीतलदास आसवानी है। गायत्री परिवार से जुड़े शीतलदास सरकण्डा के रहने वाले हैं। शीतलदास की उम्र करीब 50 साल है। सुबह गायत्री परिवार के सदस्यों को लेने उस्लापुर गए थे। इसी दौरान नर्मदा एक्सप्रेस की चपेट में आने से शीतलदास की मौके पर ही मौत हो गयी।

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                    उस्लापुर स्टेशन में करीब 11 बजे नर्मदा एक्सप्रेस की चपेट में आने से एक अधेड़ की मौत हो गयी। मरने वाले का नाम शीतलदास मानिकपुरी है। घटना के बाद गंभीर रूप से घायल शीतल को आरपीएफ,जीआरपी के साथ अन्य लोगों के सहयोग से पटरी से निकाला गया। आनन फानन में सिम्स भेजा गया। इस बीच शीतलदास की मौत हो चुकी थी।

              जानकारी के अनुसार प्लेटफार्म एक पर जम्मू तवी खड़ी थी। इसी दौरान प्लेटफार्म दो पर बिलासपुर से छूटकर इन्दौर जाने के लिए नर्मदा एक्सप्रेस पहुंची। प्लेटफार्म के दूसरे तरफ किसी व्यक्ति ने ट्रेन के सामने छलांग लगाय दिया। ट्रेन के झटके व्यक्ति पटरी के किनारे गिट्टी पर लहुलुहान होकर गिर गया। जब तक ट्रेन प्लेटफार्म पर रूकती घायल व्यक्ति का शरीर बोगी क्रमांक एफ-1 के सामने था।

                          खबर मिलते ही जीआरपी और आरपीएफ के जवान मौके पर पहुंच गए। लोगों के सहयोग से घायल व्यक्ति को स्ट्रेचर पर लादकर स्टेशन से बाहर लाया गया। घायल सिम्स पहुंंचने के पहले ही दम तोड़ दिया।

              यद्यपि लोगों ने मृतक को ट्रेन के सामने कूदते हुए नहीं देखा। फिर भी वह हादसे का शिकार हुआ। कुछ लोगों ने बताया कि वह यकायक ट्रेन के सामने आया। लेकिन धक्का इतना जबरदस्त था कि वह पटरी के बाहर गिर गया।

गायत्री परिवार का सदस्य

                      मृतक को सिम्स में लाए जाने के बाद परिजनों की जानकारी हुई। खबर मिलते ही परिजन सिम्स पहुंच गए। इस बीच पूछताछ के दौरान जानकारी मिली कि मृतक का नाम शीतलदास आसवानी है। सरकण्डा के रहने वाले शीतलदास आसवानी गायत्री परिवार से हैं। रोजाना उनका उस्लापुर और बिलासपुर स्टेशन आना जाना होता था। गायत्री परिवार के लोगो को रीसिव किया करते थे।

                 मृतक शीतलदास आसवानी के दोस्त अशोक भोजवानी ने बताया कि शीतलदास ने आत्महत्या नहीं की है। बल्कि जांच का विषय है कि शीतलदास आसवानी प्लेटफार्म से नीचे दूसरी तरफ कैसे आए। वह बहुत सीधे सादे व्यक्ति थे। उनके दो छोटे मासूम बच्चे हैं। ऐसा लगता है कि किसी ने उन्हें ट्रेन के सामन धकेल दिया।

   पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया

             सिम्स चौकी प्रभारी एएसआई योगेश गुप्ता ने बताया कि मृतक के शरीर सिम्स में है। जीआरपी को मेमो भेजा जा रहा है। सारी प्रक्रिया के बाद पोस्टमार्टम किया जाएगा। फिलहाल परिजन भी आ गए हैं।

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