बिलासपुर–जिला चिकित्सालय में एड्स के दुष्परिणाम से लोगो को जागरूक करने वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस मौके पर लोगों ने अपने अपने विचार रखे। प्रतियोगिता में शामिल प्रतियोभागियों को पुरष्कृत भी किया गया।
ओएसटी सेन्टर जिला चिकित्सालय में एड्स से बचाव और उसके दुष्परिणामो को लेकर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें मरीजों के परिजन और मरीजों ने हिस्सा लिया । ओएसटी थैरेपी से इंजेक्शन से नशा करने वाले लोगो का उपचार किया जाता है।ज्यादातर लोगों में प्रदुषित इंजेक्शन से एड्स और एचआईवी संक्रमण की सम्भावना होती है।
आयोजन में जिला चिकित्सालय के चिकित्सक , ओएसटी सेन्टर की काऊंसलर और कार्यकर्ता मौजूद थे। नशे से मुक्ती पाने और अपना उपचार कराने पहुंचे लोगों ने वाद-विवाद प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। इस मौके पर सभी लोगों ने अपनी प्रतिक्रियाएं भी दी।
डॉक्टर जयसवाल ने लोगो को संबोधित करते हुए नशे से होने वाली बिमारियो और दुष्परिणामों की जानकारी दी। ओएसटी सेन्टर की काऊंसलर ममता साहू ने बताया कि अक्सर देखने में आया है कि लोग एक इंजेक्शन का इस्तेमाल कई बार करते हैं। इससे एड्स की संभावना ज्यादा होती है। ऐसे लोगों के बीच जागरूकता लाने के लिए ही यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है।