बिलासपुर—-एसईसीएल मुख्यालय में कोल इण्डिया और छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस गरिमामय माहौल में मनाया गया। मुख्य अतिथि ने कोल इण्डिया का झण्डा फहराया। लोगों की मौजूदगी में छत्तीसगढ़ मानचित्र के सामने दीप प्रज्जवलित कर धान की बाली और हल की पूजा विधि विधान से किया गया।
एसईसीएल मुख्यालय में ’’कोल इण्डिया स्थापना दिवस और ’’छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस को गरिमामय माहौल में मनाया गया। कार्यक्रम में निदेशक (कार्मिक) डाॅ. आर.एस. झा के मुख्य आतिथ्य, निदेशक तकनीकी (संचालन) आर.के. निगम, निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना) एम.के. प्रसाद, निदेशक (वित्त) एस.एम. चैधरी, महाप्रबंधक (कार्मिक/प्रशा.) ए.के. सक्सेना, विभिन्न विभागों के अध्यक्ष, श्रमसंघ प्रतिनिधि, सिस्टा प्रतिनिधि,अधिकारी, कर्मचारी, महिलाकर्मी विशेष रूप से शामिल हुई।
कार्यक्रम की शुरूआत में मुख्य अतिथि निदेशक (कार्मिक) डाॅ. आर.एस. झा, निदेशक तकनीकी (संचालन) श्री आर.के. निगम, निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना) एम.के. प्रसाद, निदेशक (वित्त) श्री एस.एम. चौधरी, महाप्रबंधक (कार्मिक/प्रशा.) ए.के. सक्सेना ने दिवंगत श्रमवीरों के सम्मान में ’’शहीद स्मारक’’ पर पुष्पचक्र अर्पित किया। ’’डाॅ. भीमराव अम्बेडकर’’ और ’खनिक प्रतिमा’’ पर माल्यार्पण किया। मुख्य अतिथि ने कोलइण्डिया ध्वज का रोहण किया। इस दौरान कोलइण्डिया काॅरपोरेट गीत बजाया गया।
अतिथियों ने उपस्थिति लोगों के साथ छत्तीसगढ़ की माटी, मानचित्र, हल, धान की बाली का विधि विधान से पूजा की। मुख्य अतिथि डाॅ. आर.एस. झा ने कोलइण्डिया और छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस पर सभी को शुभकामनाएं दी। उन्होने कहा कि हमारे लिए गौरव का दिन है, आज के दिन कोलइण्डिया और छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना हुई थी। स्थापना के बाद दोनों ने लक्ष्य को तेजी से हासिल किया है। कोल इण्डिया और छत्तीसगढ़ ने देश में अपना नाम रोशन किया है।
झा ने बताया कि कोलइण्डिया देश की कोयला की जरूरतों को पूरा कर रही हैै। इसमें एसईसीएल का अमूल्य योगदान है। एसईसीएल नंबर-1 कम्पनी रही है, कामना है कि एसईसीएल नंबर-1 कम्पनी के स्थान पर बरकरार रहेगी। एसईसीएल का सफर वर्ष 1986 में 36 मिलियन टन कोयला उत्पादन लक्ष्य से शुरू हुआ। इसके बाद एसईसीएल ने उत्पादन के सारे लक्ष्य को हासिल किया है। इस बार एसईसीएल को 170 मिलियन टन का उत्पादन करने का लक्ष्य दिया गया है। हमें भरोसा है कि मिलजुलकर इस लक्ष्य को आसानी से हासिल कर लेंगे।
मुख्य अतिथि ने बताया कि राज्य के विकास,अपने कर्मियों और आश्रितों के जीवनस्तर को उठाने के लिए एसईसीएल ने युद्धस्तर पर ईमानदारी से प्रयास किया है। झा ने कहा कि छत्तीसगढ़ वासियों की पहचान सरल, सरस और कर्मठ व्यक्तित्व के रूप में होती है। वैसी ही छवि हमारे कोयला उद्योग में कार्यरत कामगारों की भी है। एसईसीएल हमेशा से छत्तीसगढ़ राज्य के विकास में अपनी सामाजिक जवाबदेही का निर्वाह करता रहा है।