एसडीएम देवेन्द्र पेश करेंगे छात्रावास की रिपोर्ट…सहायक आयुक्त ने कहा..जांच के बाद दोषियों पर होगी कार्रवाई

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— बैगा आदिवासी छात्रावास जरहाभाठा और कमला नेहरू आदिवासी छात्रवास छात्राओं की शिकायत पर कलेक्टर ने जांच का आदेश दिया है। जांच अधिकारी एसडीएम देवेन्द्र पटेल को बनाया गया है। कलेक्टर ने निर्देश दिया है कि दोनों जगह की समस्याओं और शिकायतों की जांच कर पेश किया जाए। यह बातें आदिवासी कल्याण विभाग की प्रभारी आयुक्त रेशमा खान नें दी। उन्होने बताया कि जानकारी मिली है कि बच्चियों ने कार्यालय का घेराव किया था। कलेक्टर के पास भी शिकायत पहुंची थी। लगाए गए आरोपों की गंभीरता से जांच होगी।
                      मामले में आदिवासी कल्याण विभाग की सहायक आयुक्त ने बताया कि दोनों छात्रावास की बच्चियों की शिकायत पर जांच की जा रही है। कलेक्टर ने जांच का जिम्मा एसडीएम देवेन्द्र पटेल को दिया है। जल्द ही दोनों छात्रावास में फैले असंतोष की जानकारी मिल जाएगी। रिपोर्ट के अनुसार अधीक्षिकाओं के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।
                       सहायक आयुक्त रेशमा खान ने बताया कि शासन ने कुछ दिनों पहले कमला नेहरू और बैगा आदिवासी छात्रावास वार्डन का स्थानान्तरण किया था। दोनों ने कोर्ट का भी सहारा लिया। लेकिन कोर्ट ने मामले को विभाग का बताकर दोनों को वापस कर दिया। कमला नेहरू छात्रावास अधीक्षिक अभी तीन चार दिन पहले ही कार्यभार ली है। इसी बैगा आदिवासी छात्रावास वार्डन ने भी अपनी जिम्मेदारियों को लिया है। बावजूद इसके जार्च लेने और देने में कुछ तकनिकी दिक्कत है। उसे जल्द ही दूर कर लिया जाएगा।
           प्रभारी सहायक आयुक्त ने बताया कि कमला नेहरू के पूर्व वार्डन अंकिता भारद्वाज को कोरबा भेजा गया है। उनके स्थान पर अन्नूपूर्णा साहू को वार्डन बनाया गया है। इसी तरह शासन ने अनुराधा ध्रुव का स्थानान्तरण कोरबा के लिए किया है। जबकि पेन्ड्रा की अल्पना तिवारी बैगा आदिवासी छात्रावास जरहाभाठा की जिम्मेदारी दी गयी है। रेशमा खान ने बताया कि बच्चों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार के कई कारण हो सकते हैं। रिपोर्ट के बाद सब सामने आ जाएगा।
                मालूम हो कि दो दिन पहले सोमवार को कमला नेहरू और बैगा आदिवासी छात्रावास की बच्चियों ने आदिवासी कल्याण प्रमुख और कलेक्टर से शिकायत की थी। बच्चियों ने बताया कि वार्डन बात बात पर प्रताड़ित करती हैं। अभिभावकों से मिलने नहीं देती। उनका भी अपमान करती हैं। जाति सूचक गाली गलौच भी करती हैं।
                    आदिवासी कल्याण विभाग पहुंचकर कमला नेहरू छात्रावास की कक्षा छढवीं की छात्रा ने वार्डन अन्नपूर्णा साहू पर मारपीट का आरोप लगाया है। बच्ची का कहना है कि अपने माता पिता से फोन पर बात करने की इजाजत मांगने गयी। लेकिन मैडम ने तमाचा रसीद कर दिया। खाने पीने को लेकर भी प्रताड़ित करती हैं।
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