बिलासपुर।भारत शासन के गृह मंत्रालय से अल्पायु बालको की सुरक्षा के लिए शुरू की गई “आपरेशन स्माईल” शुरू की गई। जिसमे किन्ही कारनों से अपने घर या अपनों से बिछड़े बच्चों और महिलाओ को उनके परिवार से दोबारा मिला कर उनके चेहरे पर मुस्कान लाने की पहल है आपरेशन स्माईल।जिसे 2015 मे शुरू किया गया।दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे की रेल सुरक्षा बल के द्वारा चलाये जा रहे “आपरेशन स्माईल” मानवता के लिए एक अभिनव पहल साबित हो रही है।रेल्वे स्टेशन मे अक्सर ऐसे बच्चे रेल्वे या रेल्वे स्टेशन मे दिखाई देते है।यही कारण है की रेल्वे सुरक्षा बल के इस मिशन को सुचारु ढंग से आगे बढ़ाने का जिम्मा अपनाया गया।
दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे के रेल सुरक्षा बल के द्वारा 2015 मे अत्यंत उत्कृष्ट कार्य करने के कारण 7 अक्टूबर 2015 मे माननीय गृह मंत्री ने तत्कालीन महानिदेशक रेल्वे सुरक्षा बल राजीव वर्मा को सम्मानित भी किया गया था।ऐसे अनेकों उदाहरण है जब दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे के रेल सुरक्षा बलो द्वारा अपने परिवार जानो से बिछुड़ कर लवारीश हालत मे बच्चे स्टेशन मे, ट्रेनों मे, परिसरों मे घूमते पाये गए, जिन्हे पूछताछ के उपरांत उनके परिवारजनों तक सुरक्षित पहुचाया गया।
दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे के रेल सुरक्षा बल के द्वारा साल 2016 के दौरान अपने घर से किन्ही कारणो से रूठकर भागे हुये बच्चे, किशोर अवस्था के बालक 144 की संख्या मे एवं 73 के संख्या मे बालिकाओ को उद्धार कर कार्यवाही के बाद उनके परिवार जनों तक पहुंचाया गया।दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे के रेल सुरक्षा बल के सदस्यों ने अलग-अलग मौके पर साल 2016 के दौरान 26 बालकों को एवं 17 बालिकाओं को परिवार जानो से भूल वश अलग हुये बच्चों को कार्यवाही के उपरांत उनके परिवार जनों तक सुरक्षित पहुचाया गया।
वहीं रेल्वे ने यात्रियों की सुविधा मे इजाफा करते हुए डायल 139 नंबर उपलब्ध कराया है।जिसकी मदद से यात्रियों को पीएनआर से लेकर रेल्वे से जुड़ी सभी तरह की समस्याओं का हल मिलेगा।बता दें कि 138 पर शिकायत करने पर जिस रेल मंडल के कार्य क्षेत्र से जुड़ा होगा वहाँ के काॅमशर््िायल कंट्रोल पर शिकायत दर्ज होगी या चलती ट्रेन पर यात्री जिस मंडल के कार्य क्षेत्र से गुजरते हुए शिकायत करेगा वहीं के काॅर्मशियल कंट्रोल से इस शिकायत को रेजिस्टेड करते हुए चलती ट्रेन पर उस यात्री से ट्रेन पर ड्यूटि करने वाले रेलकर्मी उस यात्री से मुलाकात कर शिकायत केस का कोड देगी ओर निदान उपरांत संतुष्ट होकर यात्री उस शिकायत के मामले को बंद करेगा।