बिलासपुर।मोहतरा अब ओडीएफ मे शामिल हो गया है।मोहतरा की रहने वाली फगुनी बाई बताती है कि हमारे गांव के ज़्यादातर लोग खेत-खार में शौच के लिए जाते थे। जिससे कई तरह की परेशानियां होती थी। स्वच्छता अभियान से सभी घरों में शौचालय बन जाने से अब शौच के लिए शौचालय जाते हैं।इससे मोहतराई गांव का सम्मान बढ़ा है। फगुनी बाई पति लतेल गुलेरी के बेटे जितेन्द्र गुलेरी बताते है कि 2016 में हमारा गांव खुले में शौच मुक्त गाँव बन गया है। इसकी हमें खुशी है।
अनुसूया बाई सूर्यवंशी पति शांति लाल बताती है कि पहले रात को शौैच के लिए बाहर जाने से खतरा था, बीमारियां भी होती थी पर अब स्वच्छता को अपनाने से उनका परिवार स्वस्थ्य हैं। इसी तरह गांव की राजकुमारी सूर्यवंशी बताती है कि पहले गांव में सड़क भी नही था पंगडंडी से आते-जाते थे और खुले में शौच का खतरा महिलाओं को ज्यादा रहता था। शौचालय बनने से गांव की महिलायें अब बेहतर महसूस कर रही हैं।
मोहतराई के सरपंच रामावतार सूर्यवंशी ने बताया कि उनके गांव में गरीबी रेखा के सर्वे के अनुसार 240 शौचालय स्वीकृत हुआ था। ग्राम पंचायत मोहतराई में पूरे 240 शौचालय बना लिए गये हैं।
कुछ घरों में पहले से ही शौचालय था। अब उनके गाँव में खुले में शौच के लिए कोई नही जाता है। घरों में टेप नल की व्यवस्था है। पीने एवं निस्तार के लिए ग्राम पंचायत के बोरवेल है। 8 हेण्डपंप चल रहे हैं। गाँव के सरपंच ने बताया कि उनके गांव मंे दो तालाबों का मनरेगा से गहरीकरण हुआ है, जिसमें पुटेना तालाब में पचरी, पीचींग एवं गहरीकरण के लिए 12 लाख की राशि स्वीकृत हुई थी और कोस्टा तालाब में 5 लाख से गहरीकरण कराया गया है। गांव में लगभग 120 लोगों को विभिन्न पेंशन योजना से प्रतिमाह राशि दी जाती है।
गांव में शिक्षा के लिए माध्यमिक तक स्कूल है। दो आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को पूरक पोषण आहार नियमित दिया जा रहा है। गांव में पक्की सड़क ह, गोदाम भवन, सामुदायिक भवन एवं कृषि भवन भी है।