बिलासपुर— भारत सरकार स्वच्छता अभियान टीम इस समय प्रदेश और जिले के भ्रमण पर है। निगम प्रशासन कमर तोड़ सफाई अभियान चलाते हुए गली मोहल्ले के कोने -कोने तक स्वच्छता का संदेश दे रहा है। वाट्सअप और एप पर खबर मिलते ही मौके पर पहुंच सफाई कर्मचारी खर पतवारों का तत्काल निराकरण कर रहे हैं लेकिन ओमनगर जरहाभाटा का कचरा है कि कोई हटाने को तैयार नहीं है। जानकारी के बाद भी सफाई कर्मचारी कचरा हटाने से बच रहे हैं। स्थानीय पार्षद ने इसकी मुख्य वजह वार्ड को कांग्रेसी होना बताया है।
वार्ड क्रमांक 9 कांग्रेस पार्षद काशी रात्रे ने निगम पर भेदभाव का अारोप लगाया है। काशी रात्रे ने बताया कि निगम प्रशासन शहर में सफाई अभियान का ठिठोंरा पीट रहा है। शिकायत के बाद भी निगम प्रशासन को ओमनगर की भयंकर गंदगी दिखाई नहीं दे रही है। काशी के अनुसार ओमनगर जरहाभाठा शैलेन्द्र अपार्टमेन्ट फेस 3 में गंदगी का पहाड़ दूर से ही दिखाई देता है। लेकिन निगम अमले को गंदगी ही नहीं दिखाई दे रहा है।
ओमनगर अपार्टमेन्ट के नीचे गंदगी के पहाड़ से निकलने वाले दुर्गन्ध से लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। आवेदन के बाद भी नगर निगम अधिकारी गंदगी के खिलाफ बहुत ज्यादा सक्रिय नहीं है। अभी तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं होने से लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। काशी ने बताया कि बदबू से स्थानीय लोग भयंकर संक्रमित बीमारी का शिकार हो सकते हैं।
काशी रात्रे के अनुसार गली मोहल्ले में निगम की गाड़ियां कचरा उठा रही है। आखिर क्या कारण है कि सफाई कर्मचारी यहां से कचरा उठाने से परहेज कर रहे हैं। ऐसा लगता है कि कांग्रेसी वार्ड से निगम प्रशासन जानबूझकर सौतेला व्यवहार कर रहा है। जबकि अपार्टमेन्ट से गंदा और टायलेट का पानी सड़कों से बह रहा है।