बिलासपुर—तेज रफ्तार ओवरलोड वाहनो की चपेट में आकर लोगो की मौत हो रही है। यातायात विभाग और क्षेत्रिय परिवहन कार्यालय के अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे है। सुप्रीमकोर्ट ने ओवरलोड़ वाहनो पर कडी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। लेकिन बिलासपुर में उसका पालन होते तो कम से कम नहीं दिखाई दे रहा है। जबकि सड़क दुर्घटना में अब तक 44 से अधिक लोगो की जान जा चुकी है।
बिलासपुर और आस-पास के बाईपास में सड़क दुर्घटना का आकड़ा दिनों दिन बढता ही जा रहा है। रायपुर रतनपुर बाईपास सिरगिट्टी लालखदान बाईपास हो या सरकंडा बेलतरा बाईपास। इन सड़को पर आय दिन हो रहे हादसो की संख्या घटने का नाम ही नही ले रही है। जनवरी 2015 से नबम्बर तक सड़क दुर्घटना में मरने वालों की संख्या 44 से अधिक पहुच चुकी है।
अकेले दिसम्बर महीने में ही अब तक 5 लोगो की मौत हो चुकी । विभाग आकड़ा तो पेश कर रहा है लेकिन हादसों को रोकने में कहीं से भी गंभीर दिखाई नहीं दे रहा है। शहर की तंग गलियो से लेकर बाईपास तक ओवरलोड़ वाहन यातायात पुलिस के नाक के नीचे से फरार्टे भर रहे है। जानते हुए भी विभाग के जिम्मेदार अधिकारी कार्रवाई का हवाला देकर कल पर टाल देते हैं। ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई नहीं होने से वाहन मालको के हौसले बुंलद है।