बिलासपुर—मस्तूरी विकासखण्ड के दूर-दराज क्षेत्र के कनई-खोंदरा के लोगों ने अपने घरों में शौचालय बनाकर स्वच्छता का अलख जगाया है। गाव के लोगों ने अपने घरो में बांस,लकड़ी और मिट्टी से शौचालय बनाया है। संभागायुक्त सोनमणि बोरा और कलेक्टर अन्बलगन पी., जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक साहू और मुख्यकार्यपालन अधिकारी सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने आज गांव का भ्रमण किया। उन्होने ग्रामीणों के प्रयास को जमकर सराहा। साथ ही ग्राम को स्वच्छ रखने और घरो में स्वच्छता की जागरूकता पर शुभकामनाएं भी दी।
मस्तूरी विकासखण्ड के गांव कनई के निर्मल गांव बने की संभागायुक्त सोनमणि बोरा ने ग्रामवासियों को बधाई दी है। उन्होने उत्साहित बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए अभिभावको से खूब पढ़ाने की बात कही। संभागायुक्त ने वन मण्डल अधिकारी से कहा कि ग्रामीणों को विभिन्न प्रजातियों के बांस उपलब्ध कराएं। क्योंकि कनई की पृष्ठभूमि बांस से जुड़ा हुआ है।
कलेक्टर अन्बलगन पी. ने ग्रामीणों की एकजुटता, रहन-सहन वहां उपलब्ध बुनियादी सुविधाएं और जीवन यापन की जमकर तारीफ की है। कलेक्टर ने रोजगार गारंटी योजना के तहत् गांवों के प्रत्येक किसानों के खेत में एक-एक पक्का कुंआ और शाकम्बरी योजना के तहत् सिंचाई पंप उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है।
उन्होने गांवो की साफ-सफाई एवं ग्रामीणों की उत्साह को देखकर कहा कि अपने इस जज्बा को बनाएं रखें। जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे ने कहा कि जिले में 50 से अधिक गांव खुले में शौच मुक्त हो गये हैं। लेकिन कनई का अलग महत्व है। यहां के लोग बहुत जागरूक हैं। इसमें बच्चों और महिलाओं की भी भूमिका है। ग्रामीणों ने स्थानीय स्तर पर उपलब्ध वन विभाग के वेस्टेज बांस से ही शौचालय का निर्माण किया है। भूरे ने ग्रामीणों की इसके लिए शुभकामनाएं दी।