बिलासपुर–बहुत ही सहज अंदाज में हमेशा की तरह वेटिंग इन सीएम की बात को इंकार करते हुए नंदकुमार साय ने कहा कि आडियो टेप मामले में दोंनों ही दलों के प्रमुख को गंभीरता से विचार करना चाहिए। ऐसा क्यों हो रहा है। इसके पीछे किसकी साजिश है। यह सच है भी या नहीं। इसे लेकर उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। रायपुर से कोरबा अपना जन्मदिन मनाने जा रहे प्रदेश के दिग्गज भाजपा आदिवासी नेता नंदकुमार साय ने यह बातें आज बिलासपुर रेलवे स्टेशन पर पत्रकारों से कही।
आदिवासी नेता नंदकुमार साय आज मेमू से रायपुर से कोरवा पहुंचने से पहले बिलासपुर स्टेशन पर पत्रकारों से बातचीत की। पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए नंदकुमार साय ने कहा कि मेरी भी जानकारी में आडियो टेप का मामला आया है। यह दुखद है। ऐसा क्यों हो रहा है। किसकी साजिश है। इसके पीछे कौन है। इसे गंभीरता के साथ लेने के जरूरत है। उन्होने बताया कि मै जन्मदिन मनाने कोरबा जा रहा हूं। वहां आदिवासी भाई बहनों के बीच जन्मदिन मनाउंगा। साय ने कहा कि आदिवासी मुख्यमंत्री की मांग जो कर रहे हैं वही बताएंगे कि आदिवासी मुख्यमंत्री होना चाहिए या नहीं।
आडियो टेप काण्ड के बाद मुख्यमंत्री बदलने की कितनी संभावना है और क्या किसी आदिवासी को भाजपा मुख्यमंत्री बनाएगी के प्रश्न पर साय ने कहा कि यह सब काम उपर के बड़े नेता करते हैं। मेरा सुझाव है कि आप लोग उन्ही से ऐसे प्रश्न करें। क्या आप सीएम वेटिंग हैं के सवाल पर उन्होने कहा कि मैं कभी वेटिंग नहीं रहा और ना ही सीएम की दौड़ में था। मै भाजपा का एक साधारण नेता हूं। उन्होने बताया कि आदिवासी समाज के बीच जन्मदिन मनाने की वजह यह भी है कि वे भी हमारी तरह इंसान हैं। साथ ही यह भी कहा कि मेमू का सफर बहुत अच्छा लगा।
उन्होने कहा कि सरकार से उन्हें कभी कोई शिकायत नहीं थी। उन्होने कहा कि टेप की सच्चाई का पता लगाना जरूरी है।