कांकेर।जिले के अतिसंवेदनशील क्षेत्र में स्थित धान खरीदी केन्द्रों का कलेक्टर के.एल. चौहान ने दो दिनों तक लगातार सघन निरीक्षण किया तथा खरीदे गए धान के प्रत्येक बारदाना और धान के स्टेक को गिनवा कर देखा। निरीक्षण के पहले दिन उन्होंने गुरूवार को संबलपुर, दुर्गूकोंदल, बड़गांव, बारदा और छोटे एवं बड़े कापसी धान खरीदी केन्द्रों के निरीक्षण पश्चात संवेदनशील क्षेत्र में स्थित धान खरीदी केन्द्र संगम का रात्रि में लगभग 08 बजे निरीक्षण किया और पखांजूर में रात गुजारी।सीजीवालडॉटकॉम न्यूज़ के व्हाट्सएप् से जुडने के लिए यहाँ क्लिक कीजिये
कलेक्टर ने निरीक्षण के दूसरे दिन शुक्रवार को ईरपानार, पी.व्ही. 105 विकासपल्ली, कुरेनार, छोटे बेठिया, बांदे और पी.व्ही. 78 के धान खरीदी केन्द्रों का निरीक्षण कर धान के स्टेक और बारदानों को गिनवाया, साथ ही खरीदे गए धान का तौल कराकर भी देखा। निरीक्षण के दौरान उनके साथ जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. संजय कन्नौजे और पखांजूर के अनुविभागीय अधिकारी निशा नेताम भी मौजूद थीं।
कलेक्टर शुक्रवार को सबसे पहले धान खरीदी केन्द्र ईरपानार पहुंचे, उस समय कांकेर जिले के अंतिम छोर महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ राज्य के सीमा में प्रवाहित होने वाली पाण्डे नदी के किनारे बसे ओरछा गांव के किसान ग्राम पटेल प्रभु राम पद्दा अपना धान बेचने पहुंचे थे। उनके द्वारा अपने धान की तौलाई की जा रही थी, कलेक्टर को देखकर वे बेहद गदगद हुए और उन्हें अपनी गांव की समस्या से अवगत कराते हुए पेयजल की समस्या का निदान करने का अनुरोध किया, जिस पर कलेक्टर ने तत्काल लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग कांकेर के कार्यपालन अभियंता को दूरभाष से निर्देशित ओरछा गांव के लिए एक हेण्ड पंप खनन करने हेतु निर्देशित किया।
निरीक्षण के समय पी.व्ही. 107 के रामकिशुन मांझी एवं नारायण सिंह पी.व्ही. 109 से अनुकूल बैरागी भी धान बेचने पहुंचे थे। कलेक्टर ने उनसे धान के फसल के अलावा अन्य फसलों के उत्पादन के संबंध में जानकारी ली तथा उनका कुशलक्षेम पूछा।
धान खरीदी केन्द्र के निरीक्षण पश्चात् कलेक्टर श्री चौहान ने ईरपानार के पोटाकेबिन का भी अवलोकन किया।
विद्यालय में शीतकालीन अवकाश के बावजूद उस समय कक्षा 10वीं में अध्ययनरत 05 विद्यार्थी अतिरिक्त कक्षा में पढ़ाई कर रहे थे, जिस पर कलेक्टर ने प्रसन्नता व्यक्त किया। ईरपानार धान खरीदी केन्द्र के निरीक्षण बाद कलेक्टर श्री चौहान ने पी.व्ही. 105 विकासपल्ली, कुरेनार, छोटे बेठिया, बांदे और पी.व्ही. 78 स्थित धान खरीदी केन्द्रों का भी औचक निरीक्षण किया।
इस दौरान उन्होंने खरीदे गए धान की बोरी का तौल कराकर देखा, धान के स्टेक और प्रत्येक बारदानों की गिनती करवाई तथा खरीदी केन्द्र प्रभारियों एवं नोडल अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रतिदिन की तौल क्षमता और स्टेकिंग क्षमता के आधार पर ही धान की खरीदी किया जाये, ताकि किसानों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। धान की सुरक्षा के लिए पर्याप्त मात्रा में केप कव्हर की व्यवस्था रखने के निर्देश भी उनके द्वारा दिए गये।