कांग्रेसियों की प्रतिक्रिया..सरकार असफलता पर ठोक रही पीठ..महंगी होगी शिक्षा..चौपट हो जाएगा लघु उद्योग

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—- कांग्रेस नेताओं ने केंद्रीय बजट को निराशाजनक और छलावा बताया है। कांग्रेस नेताओं की माने तो बजट से भारतीय जनता और छत्तीसगढ़ ठगा महूसस कर रहा है। महंगाई नियंत्रण पर किसी प्रकार का प्रयास नहीं दिख रहा है। भ्रामक योजनाओ की बाते की गयी है। 
 
             शहर विधायक शैलेष पांडेय ने कहा कि शिक्षा को एफडीआई में लाना शिक्षा की मूल उद्देश्य से भटकाना है।शिक्षा महंगी होगी…जो आम जन को शिक्षा से वंचित कर देगा। मोदी के बच्ची पढ़ाओ-बच्ची बढ़ाओ स्लोगन पर कोई विशेष पैकेज नही दिया गया है ।बजट केवल दिवा सपना है। जिसे अचीव करना असंभव है।
 
                       शहर अध्यक्ष नरेंद्र बोलर ने कहा कि बजट में वर्तमान असफलता को भी सरकार अपनी सफलता बता रही है। एनपीए में लगातार वृद्धि हो रही है। बैंक आर्थिक संकट में गुजर रहे हैं।  वित्त मंत्री ने कहा एनपीए में कमी आई है। जबकि बजट में ही आईडीबीआई बैंक और एलआईसी के हिस्से बेचने के लिए कृत संकल्प है। इसकी वजह कहीं न कहीं एनपीए है।
 
               ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी ने कहा कि व्यापारियों को जीएसटी स्लैब में सरलीकरण की अपेक्षा थी।  बजट में निराशा ही हाथ लगी है। सर्वाधिक विदेशी मुद्रा अर्जित करने वाले क्षेत्र लघु-कुटीर उद्योग के विकास के लिए कोई ठोस आर्थिक पैकेज नही दिया गया है। इन उद्योगो से जुड़े लोग भूख मरने की स्थिति में है। लघु उद्योग बन्द हो रहे है।
 
            कार्यवाहक अध्यक्ष प्रमोद नायक ने कहा कि बजट में कृषि क्षेत्र में 2022 तक आमदनी दोगुनी होने की बात की गई है। कैसे होगी इसका उल्लेख नही किया गया है। ,आज किसान विभिन्न कारणों से आत्महत्या करने के लिए मजबूर है। किसानों के लिए बजट में कोई विशेष प्रावधान नही है।
 
                           महापौर रामशरण यादव ने कहा कि बजट में स्थानीय निकायों को नगर विकास के लिए कोई संसाधनों की घोषणा न कर  शहरी आबादी को बजट से पृथक रखा गया है।
 
         प्रदेश प्रवक्ता अभय नारायण राय ने कहा कि बजट में युवाओ ,गृहिणीयो,छात्रों और गरीबों ,के लिए कोई योजना नही है । पेट्रोल-डीजल की कीमत नियंत्रण की बात नही है। रोजगार सृजन पर चर्चा नही हुई है। गरीबो के रोजगार गारंटी पर कोई चर्चा नही है। मजदूरों के लिए कोई योजना नही है।  ,बजट पूर्व बजट  की तरह निराश करने वाला और उद्योगपतियो को लाभ पहुचने वाला है। गरीबो को गरीब करने वाला है।
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