कांग्रेसियों ने कहा मोतीलाल नेहरू भारत के रत्न

BHASKAR MISHRA
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IMG-20170506-WA0018बिलासपुर…शहर और जिला कांग्रेस नेताओं ने आज स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बैरिस्टर मोतीलाल नेहरू को याद किया। 157 वी जयंती पर मोतीलाल नेहरू की छाया चित्र के सामने पुष्प भेंट कर उनके आदर्शों को सभी कांग्रेसियों ने दोहराया।

                  जयंती कार्यक्रम में शहर अध्यक्ष नरेंद्र बोलर ने मोतीलाल नेहरू के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होने कहा कि मोतीलाल नेहरु का स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में अलग स्थान हासिल है। आजादी की लड़ाई में नेहरू का कांग्रेस के वित्तीय संसाधन उपलब्ध कराने में अहम योगदान है। नेहरू ने इस दौरान न्यायिक प्रक्रिया का भी ईमानदारी से निर्वहन किया।

                 कार्यक्रम संयोजक सैय्यद ज़फर अली ने कहा कि मोतीलाल नेहरु का जन्म 6 मई 1861 में लखनऊ में हुआ। बीए के बाद ब्रिटेन में उच्च शिक्षा प्राप्त की। बेरिस्टर की उपाधि के बाद भारत माता की सेवा करने लगे। देश के पहले प्रधान मंत्री जवाहर लाल नेहरू मोती लाल के चार संतानों में एक थे।

                   कांग्रेस नेता हरीश तिवारी ने बताया कि मोतीलाल नेहरु ने 1923 में स्वराज पार्टी का गठन किया। 1928 कलकत्ता अधिवेशन में कांग्रेस के राष्ट्रीय कअध्यक्ष बने। 1928 में ही संविधान आयोग के अध्यक्ष भी बने। रिपोर्ट को नेहरु रिपोर्ट के नाम से जाना जाता है। मोतीलाल नेहरु ने अपना स्वराज भवन कांग्रेस पार्टी को दिया।

                 पूर्व विधायक चन्द्र प्रकाश बाजपाई, संभागीय प्रवक्ता अभय नारायण राय, पार्षद दल प्रवक्ता शैलेन्द्र जायसवाल, ने भी उपस्थित लोगों को संबोधित किया। इस मौके पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता भी मौजूद थे।

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