बिलासपुर—जिला कांग्रेस कमेटी ने आज कांग्रेस भवन में पूर्व मानव संसाधन मंत्री और अविभाज्य मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह को पुण्यतिथि पर याद किया। कांग्रेस नेताओं ने अर्जुन सिंह के तैल चित्र पर पुष्पाजंली अर्पित कर बारी बारी से उनके जीवन पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम संयोजक जफर अली, रामशरण यादव, चिंतामन ओत्तलवार, डॉ. बद्री जायसवाल, पार्षद शैलेन्द्र जायसवाल, चन्द्रप्रदीप बाजपेयी, पिनाल उपवेजा, अनिल सिंह चैहान, गणेश रजक ने अर्जुन सिंह के योगदान को याद किया।
पीसीसी महामंत्री अटल श्रीवास्तव ने अर्जुन सिंह को याद करते हुये कहा कि वे जीवन भर सम्प्रादायिकता के खिलाफ लड़ते रहे। उन्होने ऐतिहासिक राजीव गांधी-लोंगोवाल समझौता कर पंजाब समस्या का स्थायी हल निकाला। वे राजनीति के विश्वविद्यालय थे। उनकी छत्रछाया में छत्तीसगढ़ और खासकर बिलासपुर को हमेशा स्नेह मिला है। उन्होंने स्थानीय राजनेताओं को राजनीति का ककहरा सिखाया। स्व. बी.आर. यादव, स्व. बंशीलाल घृतलहरे, स्व. भवर सिंह पोर्ते, स्व. राजेन्द्र शुक्ला, राधेश्याम शुक्ला ने उनके छत्रछाया में राजनीति की बुलंदियों को हासिल किया है। अटल ने बिलासपुर के प्रति उनके लगाव और योगदान की बाते सामने रखी।
कांग्रेस शहर अध्यक्ष नरेन्द्र बोलर, संभागीय प्रवक्ता अभयनारायण राय ने कहा कि गुरूघासीदास विश्वविद्यालय का नाम छत्तीसगढ़ के संत गुरू घासीदास के नाम पर रख कर उन्होने छत्तीसगढ़ के संत को दुनिया से परिचित कराया है। अर्जुन सिंह आखिरी समय तक गुरूधासीदास की विचारधारा का पालन करते रहे।
कार्यक्रम प्रमुख रूप से मोहम्मद हफिज सुभाष ठाकुर, हर्मेन्द्र शुक्ला, शिवा निर्मलकर, त्रिभुवन लाल कश्यप, महामंत्री मनोज शर्मा, मनोज शुक्ला, रामदुलारे रजक, चन्द्रहा्रस शर्मा, रामेश्वरपुरी गोस्वामी, विष्णु कौशल, जयकिशन साहू, बालचन्द्र साहू, मोति थारवानी, कंदन राव कामले, तरू तिवारी, मोतिलाल कुर्रे उपस्थित थे।
यादव की पुण्यतिथि
कांग्रेस कमेटी 5 मार्च को सुबह 10 बजे कांग्रेस भवन में मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री स्व. बी.आर.यादव की पूण्यतिथि मनायेगी। इस अवसर पर कांग्रेस कमेटी उनके योगदान को याद करेगी।