बिलासपुर– बिलासपुर जिला कांग्रेस ने आज कांग्रेस भवन से रैली निकालकर नेहरू चौक पर धरना प्रदर्शन किया। कांग्रेसियों ने प्रदेश और केन्द्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। कांग्रेसियों ने उत्तराखण्ड में राष्ट्रपति शासन के विरोध में प्रधानमंत्री मोदी का पुतला दहन किया। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया है कि उत्तराखण्ड में सोची समझी रणनीति के तहत लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की गयी है। धरना प्रदर्शन के बाद कांग्रेसियों ने बाद कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर लिखित शिकायत में कहा है कि उत्तराखण्ड सरकार को गिराने में केन्द्र ने सीबीआई,और आई बी के दुरूपयोग किया है।
उत्तराखण्ड में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने के आरोप में आज कांग्रेस ने प्रदेश व्यापी हड़ताल किया। बिलासपुर कांग्रेस ने भी नेहरू चौक पर केन्द्र और राज्य सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेसियों ने प्रदेश और केन्द्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। कांग्रेसियों ने प्रधानमंत्री मोदी का पुतला भी फूंका।
काग्रेसियों ने नेहरू चौक पर जमकर भाषणवाजी करते हुए कहा कि प्रदेश और केन्द्र सरकार पूरी तरह से भ्रष्टाचार में लिप्त है। भाजपा के चाल और चरित्र में जमीन आसमान का अंतर है। केन्द्र सरकार कांग्रेस की प्रदेश सरकारों को अस्थिर बनाकर सोझी समझी रणनीति के तहत हटाना चाहती है। उत्तराखंड में राष्ट्ररपति शासन लगाना जनता का अपमान है। कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि उत्तराखण्ड में लोकतात्रिक मूल्यो की हत्या की गयी है।
सभा को ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष राजेन्द्र शुक्ला,शहर कांग्रेस अध्यक्ष नरेन्द्र बोलर,संभागीय प्रवक्ता अभयनारायण राय कांग्रेस नेता बैजनाथ चंद्राकर, प्रदेष महामंत्री अटल श्रीवास्तव, जिला अध्यक्ष राजेन्द्र षुक्ला, षहर अध्यक्ष नरेन्द्र बोलर, संभागीय प्रवक्ता अभय नारायण राय,बैजनाथ चन्द्राकर ने संबोधित किया। इस दौरान अंतागढ़ आडियो टेप भी सुनाया गया। नेहरू चौक पर धरना प्रदर्शन के बाद सभी कांग्रेसी पुतला दहन के बाद जिला कार्यालय पहुंचकर सिटी मजिस्ट्रेट को लिखित शिकायत की।
राष्ट्रपति के नाम संबोधित शिकायत में कांग्रेसियों ने मांग की है कि उत्तराखंड में सोची समझी रणनीति के तहत लोकतंत्र की हत्या हुई है। संवैधानिक शक्तियों का दुरूपयोग कर राष्ट्ररपति शासन लगाया गया है। उत्तराखंड कांग्रेस विधायकों पर आयकर विधायक, सी.बी.आई एवं आई.बी. से दबाव बनाया गया है। सरकार को अस्थिर करने का काम केन्द्र सरकार के दिशा निर्देश में किया गया है। राश्ट्रपति से सरकार को बहाल करने की मांग कांंग्रेसियों ने की है।
संभागीय प्रवक्ता अभय नारायण राय ने बताया कि केन्द्र सरकार ने मुख्यमंत्री हरीष रावत का स्टिंग आपरेशन की जांच तीन दिनों के भीतर कराकर कैसे करवा लिया। समझ से परे हैं। यदि जांच तीन दिन के भीतर ही हो जाता है तो फिर इंदिरा प्रियदर्षनी बैंक घोटाला, नागरिक आपूर्ति निगम, नान घोटाला, अंतागढ़ चुनाव घोटाले की जांच अभी तक कैसे नहीं हुई। उत्तराखण्ड में की गयी जल्दबाजी से जाहिर होता है कि केन्द्र शासन ने कोई कार्यवाही नहीं की है। केवल उत्तराखण्ड सरकार को गिराने के लिए ही इस प्रकार का षड़यंत्र रचा गया है।
रैली जुलूस और पुतला दहन कार्यक्रम में प्रदेश महामंत्री अटल श्रीवास्तव, पूर्व विधायक बैजनाथ चन्द्राकर, जिला अध्यक्ष ग्रामीण राजेन्द्र षुक्ला, षहर अध्यक्ष अध्यक्ष नरेन्द्र बोलर, प्रदेश सचिव आशीष सिंह ठाकुर, अर्जुन तिवारी, विजय पाण्डेय, अरूण सिंह चैहान, विधायक प्रत्याषी भुवनेष्वर यादव, जिला पंचायत सदस्य योगेष यादव, जितेन्द्र पाण्डेय, नेता प्रतिपक्ष शेख नजरूद्दीन, ब्लाक अध्यक्ष शशि देवांगन, सीमा पाण्डेय, विरेन्द्र षर्मा, विनोद दीवाकर, बैकुण्ठनाथ जायसवाल, विजय वर्मा, शिवबालक कौशिक , प्रशांत श्रीवास, सादिक खान,अभिषक सिंह राजा, मुन्ना श्रीवास, पीनाल उपवेजा, सुनील षुक्ला, शैलेन्द्र जायसवाल, सुभाश ठाकुर, अखिलेष बाजपेयी, ऋशि पाण्डेय, रामा बघेल, शहजादी कुरैशी, जुगल किषोर गोयल, राजेष शुक्ला,तजम्मुल हक,समेत सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।