कांग्रेस के अभेद किले में होगी सेंधमारी…प्रदेश मुखिया लगाएंगे सौगातों की झड़ी…दुल्हन की तरह सजा पंडाल

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—प्रदेश के मुखिया डॉ रमन सिंह अटल विकास यात्रा के दौरान आज कोटा पहुंंचेंगे। जाहिर सी बात है कि मुख्यमंत्री के पिटारे से सौगातों की झड़ी लगेगी। प्रशासनिक स्तर व्यवस्था को चुस्त दुरूस्त कर लिया गया है। सीएम सभा स्थल को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। सुरक्षा के कड़े इंतेजाम किये गए हैं। मुख्यमंत्री का उड़न खटोला ठीक सुबह 11:30 बजे उतरेगा। दोपहर 12:30 तक मुख्यमत्री कोटा  विधानसभा में आम सभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद यात्रा आगे की शुरू होगी ।
                  मुख्यमंत्री की अटल विकास यात्रा का आज साढ़े ग्यारह बजे कोटा विधानसभा में पड़ाव होगा। इस दौरान मुख्यमंत्री विभिन्न योजनाओं के लिए 130 करोड़ 89 लाख रुपए की सौगात देंगे। डॉ रमन सिंह हितग्राही मूलक योजना अंतर्गत 587  लोगों के बीच सामाग्रियों का वितरण करेंगे। अटल विकास यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री 111 करोड़ 34 लाख रुपये की लागत से बनाए गए 25 निर्माण कार्यों का लोकार्पण करेंगे। लोकार्पण कार्यों में प्रमुख 76 करोड़ 57 लाख की लागत से बना सकरी-गनियारी-कोटा मार्ग, 11करोड़ 72 लाख की लागत से निर्मित बासाझाल-व्यवर्तन,11करोड़58 लाख रुपए की लागत से निर्मित कोटा-बेलगहना मार्ग,एक करोड़ 70 लाख रुपए की लागत से स्थापित 33 केवी विधुत केन्द्र और एक करोड़ 55 लाख रुपए की लागत से 10 कार्यो का भूमिपूजन करेंगे।
              प्रमुख रुप से 9 करोड़ 17 लाख की लागत से बेलगहना लूफा व्यपवर्तन योजना 46 लाख की लागत से बिल्लीबन्द नल जल और लाख की लागत से तेंदुवा नल जल योजना के कार्य का भूमिपूजन किया जाएगा।  मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह उज्ज्वला योजना गैस कनेक्शन भी वितरित करेंगे। दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण के साथ मुख्यमंत्री टिफिन वितरण योजना की सौगात देंगे।
                    जानकारी देते चलें कि सीएम रमन का कोटा आगमन सियासी अर्थ में भी बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है । कोटा को कांग्रेस का अभेद गढ़ कहा जाता है। भाजपा नेताओं का मानना है कि यहां इस बार हाल कुछ अलग होगा। वर्तमान में यहां कांग्रेस की विधायक जनता कांग्रेस छग जे के प्रमुख अजीत जोगी की पत्नी रेणु जोगी हैं । यह बात किसी से छिपी नहीं है कि रेणु जोगी फिलहाल कांग्रेस से उपेक्षित हैं। कांग्रेस पार्टी के पास रेणु जोगी के समानान्तर कोई बड़ा चेहरा भी फिलहाल कोटा में नहीं है। ऐसे में भाजपा इस बार कोटा फ़तह करने में पूरी ताक़त झोंक रही है ।
                    राजनीतिक जानकारों की मानें तो पिछले 3 पंचवर्षीय शासन के बाद अब भाजपा की आगामी चुनावी रणनीति कुछ अलग है । भाजपा अपने सीटिंग सीट से ज्यादा फोकस कांग्रेस के जीते विधानसभा क्षेत्रों पर लगा रही है। अपने कुछ विधायकों के कारण पनपे एंटी इनकंबेंसी फैक्टर की भरपाई के प्रयास में भी है। लिहाजा कोटा पर भाजपा का फोकस करना स्वभाविक राजनीतिक कूटनीति है।
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