कांग्रेस ने CM से पूछा -क्या खाली बिल्डिंग ही विकास है … स्कूल कालेजों में हजारों शिक्षकों के पोस्ट खाली क्यों …?

Shri Mi
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रायपुर।छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के विकास खोजो प्रोग्राम के मीडिया प्रभारी विकास तिवारी ने मुख्यमंत्री रमन सिंह के उस बयान का जवाब में कहा कि विकास खोजने वालो को मुंगेली के अमोरा में शासकीय महाविद्यालय आकर देखे। पर जमीनी हकीकत कुछ और ही बया करती है।विकास खोजो के मीडिया प्रभारी ने विधानसभा और प्रशासकीय प्रतिवेदन के आंकड़ों के जरिये बताया कि बीजेपी सरकार के 15 सालो के शासन के बाद भी आज प्रदेश के शासकीय कालेजों में प्राध्यापकों के 525 स्वीकृत पदों के विरुद्ध 525 पद रिक्त किसी भी कालेज में एक भी प्रोफ़ेसर नहीं है प्रदेश के विश्वविद्यालय में प्रोफेसरों के (प्राध्यापकों) के 67 स्वीकृत पदों के विरुद्ध 50 पद रिक्त (रिक्त पद 75 प्रतिशत) है.

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कुछ विश्विद्यालय में एक भी स्वीकृत पदों 3436 के विरुद्ध 1214 पद रिक्त इंजीनियरिंग कालेजो में 741 है स्वीकृत पदों के विरुद्ध 376 पद रिक्त है आई.टी.आई में कुल स्वीकृत 2244 पदों के विरुद्ध 1582 पद रिक्त है स्वामी विवेकानंद तकनिकी विश्वविद्यालय भिलाई में कुल स्वीकृत पदों 140 के विरुद्ध केवल 5 पदों पर नियुक्तियां, 135 पद रिक्त है।ट्रिपल आई.टी.(प्प्प्ज्) नया रायपुर में कुल स्वीकृत 156 पदों के विरुद्ध 111 पद रिक्त है।शासकीय पालीटेक्निक महाविद्यालय में कुल 2593 स्वीकृत पदों के विरुद 1705 पद रिक्त है।

विकास खोजो प्रोग्राम के मीडिया प्रभारी विकास तिवारी ने कहा कि रमन सरकार के 15 सालो के शासन के बाद भी प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था लचर जिसके कारण देश के टॉप 100 विश्वविद्यालयों में राज्य का एक भी विश्वविद्यालय नहीं है।पी.जी. कालेजों के प्राचार्यों के 47 स्वीकृत पदों के विरुद्ध 1 तथा स्नातक कालेज में प्राचार्यों के स्वीकृत 169 पदों के विरुद्ध 104 पद रिक्त है द्यसम्पूर्ण उच्च शिक्षा एवं तकीनीकी शिक्षा की व्यवस्था भगवान भरोसे संचालित है.

राज्य के युवाओ का भविष्य अंधकार मय है और मुख्यमंत्री रमन सिंह झूठे विकास का ढिंढोरा पिट रहे है केवल शासकीय महाविद्यालय के बिल्डिंग जो बिना प्रोफेसर और शिक्षकों के शुरू किया गया है क्या इसे ही विकास कहते है इसका जवाब भाजपा सरकार को देना चाहिये।

By Shri Mi
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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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