बिलासपुर– भाजपा ने एक दिन पहले नसबन्दी काण्ड और रिपोर्ट पर कांग्रेस के बयान पर पलटवार किया है। भाजपा ने कांग्रेस नेता पर जमीन दलाल होने का आरोप लगाया है। भाजपा नेता मनीष अग्रवाल ने कहा कि जब नसबन्दी काण्ड की दुर्भाग्यजनक घटना हुई थी। उस समय कांग्रेसी नेता बढ़चढ़कर बयानवाजी करते हुए गरीबों की देखरेख और गोद लेने का जिम्मा उठाया था। अब वे लोग कहां हैं। मनीष अग्रवाल ने कांग्रेस महामंत्री अटल श्रीवास्तव को प्रयोजित और घड़ियालू आंसू बहाने वाला नेता बताया है।
मालूम हो कि एक दिन पहले कांग्रेस महामंत्री अटल श्रीवास्तव ने कांग्रेस भवन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा था कि भाजपा नेता और मंत्री दोषियों को बचाने का प्रबंध किया है। उन्होंने कहा कि जो जानकारी मिली है उसके अनुसार नसबन्दी काण्ड का रिपोर्ट दबाव में बनवाया गया है। साफ जाहिर होता है कि किसी व्यक्ति विशेष को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। अटल श्रीवास्तव ने बताया था कि कोलकाता और दिल्ली की रिपोर्ट में जमीन आसमान का अंतर है। उन्होंने कहा था कि सरकार ने आयोग और लैब को शर्तों के अनुसार जांच करने को कहा था। ऐसी सूरत में जांच में खामी होना स्वाभाविक है। अटल ने प्रदेश सरकार और मंत्री पर जमकर निशाना साधते हुए मामले को लीपापोती करने का आरोप लगाया था। अटल ने इस दौरान पत्रकारों से बताया कि आपरेशन के समय ना तो स्वास्थ्य जनिक नियमों को ध्यान किया गया और ना ही सुप्रीम कोर्ट के गाइड लाइन का अनुशरण किया गया । सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट को अंधेरे में रखकर दोषियों को बचाया जा रहा है। अटल ने मामले को हाइकोर्ट में उठाने की बात कही है।
आज भाजपा नेता मनीष अग्रवाल ने अटल पर निशाना साधते हुए कहा कि अटल श्रीवास्त प्रायोजित नेता हैं। उनका कांसेप्ट क्लियर नहीं है।जब जमीन के गोरख धंधे पर लगाम लगा है तो उन्हें अब नसबंदी काण्ड की याद आई है। मनीष ने बताया कि मास्टर प्लान में कांग्रेसी नेता ठेकेदारों को फायदा नहीं हुआ तो नसबन्दी का बहाना लेकर बैठ गये। मनीष अग्रवाल ने कांग्रेस नेता अटल श्रीवास्तव के बयान पर निशाना साधते हुए कहा कि राकेश खरे किसका पार्टनर है। अटल पहले तो यही बताएँ।
पत्रकारों को संबोधित करते हुए मनीष अग्रवाल ने बताया कि घड़ियालू आंसू बहाने से जनता दिग्गभ्रमित होने वाली नहीं है। भाजपा नेता ने कांग्रेस नेताओं पर पलटवार करते हुए कहा कि नसबन्दी काण्ड से प्रभावित परिवार को गोद लेने वाले अब कहां हैं। मनीष ने अटल श्रीवास्तव पर सस्ती राजनीति करने का भी आरोप लगाया है।
मनीष ने कांग्रेस नेता अटल श्रीवास्तव से पूछा है कि जब राकेश खरे गिरफ्तार हुआ था उस समय वे कहां गए थे। उन्होंने कहा कि उस समय अटल अपने दोस्त को बचाने की व्यवस्था कर रहे थे। मनीष ने एक सवाल के उत्तर में कहा कि न्यायिक जांच पूरी हो चुकी है। दोषियों पर कार्रवाई की गयी है। कुछ जांच के बिन्दू अभी बाकी है। जैसे ही पूरा होगा सब कुछ सामने आ जाएगा।
मनीष ने कहा कि कांग्रेसी और अटल श्रीवास्तव नसबन्दी मुद्दा तो एक बहाना है। सरकार जब जमीन दालालों और अवैध भूखण्डों पर कब्जा करने वालों के खिलाफ शिकंजा कसना शुरू कर दिया है तकलीफ होना स्वभाविक है। उस दबाव को कम करने के लिए ही नसबन्दी काण्ड का सहारा लिया जा रहा है।मनीष ने कहा कि अमर अग्रवाल लोकप्रिय नेता हैं। अनर्गल प्रलाप का कुछ असर होने वाला नहीं है।