रामानुजगंज(पृथ्वीलाल केशरी)संसदीय सचिव व क्षेत्रीय विधायक चिंतामणि महाराज ने मंगलवार की रात शंकरगढ़ विकासखंड के डीपाडीह खुर्द गांव में चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्या सुनी जिला स्तरीय समस्याओं का समाधान करते हुए संबंधित अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए। वही प्रदेश स्तर के समस्याओं के बारे में उन्होंने कहा कि जल्द ही निराकरण कर दिया जाएगा। इस दौरान उन्होंने कहा की प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने डेढ़ वर्षो में ग्रामीण इलाकों के लिए कई जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित की है जिसका लोग भरपूर लाभ भी उठा पा रहे हैं आगे भी हमारा यही प्रयास रहेगा कि ग्रामीण क्षेत्र के जनता को भरपूर लाभ पहुंचा सके। इस दौरान जनपद पंचायत सीईओ कुँवर प्रमोद कुमार सिंह,तहसीलदार मनीष देव साहू,रेंजर संतोष पान्डे,बीईओ हरिशंकर सिंह,पशु चिकित्सा अधिकारी कुसुम लता मरकाम,सहित विभागों में कृषि,आरईएस,पीडब्ल्यूडी,पुलिस,फूड एवं पंच सरपंच सचिव और ग्रामीण लोग उपस्थित रहे
ग्रामीणों ने रखी अपनी मांग
ग्रामीणों ने संसदीय सचिव के सामने खुलकर चर्चा करते हुए बताया कि कई जगहों पर पेयजल की समस्या के साथ खेल ग्राउंड सड़क बिजली जैसी कई समस्याओं से हम लोग जूझ रहे हैं,उक्त समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज ने संबंधित विभाग को निर्देशित करते हुए समाधान करने को कहा।
ग्रामीणों के साथ किया भोजन
शंकरगढ़ विकासखंड के कई गांव के ग्रामीणों के साथ उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए एक ही टाट पर बैठकर भोजन किए भोजन के दौरान उन्होंने कहा कि आप लोगों के साथ कांग्रेस के निर्वाचित एवं मनोनीत जनप्रतिनिधि हमेशा साथ खड़ा रहेंगे आप लोग के समस्याओं का जो हल जिला स्तर से हो सकता है उसे तो तत्काल करा दिया जाएगा और जो समस्याओं का हल प्रदेश स्तर से होना है उसमें थोड़ा समय लग सकता है आप लोगों को घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है।
ग्रामीणों संग पंचायत भवन में गुजारी रात
भोजन पश्चात संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज ने डीपाडीह स्थित खुर्द पंचायत भवन में उन्होंने रात्रि विश्राम किया। उनका मानना है कि ग्रामीणों का समस्या हल करने के लिए उनके साथ पर्याप्त समय देना अति आवश्यक है ताकि उनके द्वारा कहे गए प्रत्येक बातों को सुनना एवं निराकरण करना हमारा फर्ज है इसलिए मैं करीब साम 6:00 बजे गांव में पहुंच गया था जिसके बाद से ग्रामीणों की समस्याएं करीब 4 घंटे सुना देर रात होने के कारण हमने यही विश्राम करना उचित समझा।