कानून में दिव्यांगों को विशेष हैसियत-अमर अग्रवाल

BHASKAR MISHRA
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samrthya vikash mela (4)बिलासपुर—अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस पर जिला स्तरीय सामर्थ्य विकास मेला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर निकाय मंत्री अमर अग्रवाल, समाज कल्याण मंत्री रमशीला साहू ने दिव्यांगों का हौसला बढ़ाया। कार्यक्रम को समाज कल्याण सचिव सोनमणि वोरा,संभागायुक्त निहारिका बारीक सिंह और कलेक्टर अन्बलगन पी. ने भी उपस्थित लोगों को संबोधित किया।
                     तिलक नगर स्थित स्वयं केन्द्र आश्रयदत्त कर्मशाला में दिव्यांगजनों के लिए सामथ्र्य मेला का आयोजन किया गया। मेले में स्वयं केन्द्र में संचालित इलेक्ट्रशियन, मास कम्यूनिकेशन और फोटोेग्राफी, सिलाई, बैग, पेंटिंग, ब्यूटीपार्लर, बे्रलपे्रस के प्रशिक्षण कार्यक्रमों से संबंधित स्टाॅल लगाये गये।  अतिथियों ने स्टाल का निरीक्षण किया।  कार्यक्रम में दिव्यांगजनों को सहायक उपकरणों का वितरण किया गया। दिव्यांग कु. नंदनी सूर्यवंशी को 1 लाख 80 हजार रूपये का ऋण छत्तीसगढ़ वित्त एवं विकास निगम ने दिया।
                कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अग्रवाल ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि कौशल प्रशिक्षण के लिए देश में पहला कानून छत्तीसगढ़ में बना। कानून में दिव्यांगजनों को विशेष स्थान दिया गया है। दिव्यांगजनों के लिए योजनाएं बनाकर समाज की मुख्यधारा में लाने का निरंतर प्रयास हो रहा है। दिव्यांग छात्र-छात्राओं के लिए 100 सीटर हाॅस्टल का निर्माण जिले में किया जायेगा।  सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से दिव्यांगों को संस्कारित किया जा रहा है। विवाह योजना से सामाजिक आंकाक्षा की पूर्ति की जा रही है। आज उनके चेहरे पर खुशियां देखकर प्रसन्नता होती है। dibyang2अमर ने कहा कि हमारा लक्ष्य लोगों के जीवन में खुशियां लाना है। उन्होंने कहा कि हर इंसान प्रतीज्ञा करे कि स्वयं केन्द्र में दिव्यांगजनों के हाथों बनाए गए  सामाग्रियों को खरीदे। हर माह 100 सामान पर खर्च करें।
                      सभा को मंत्री रमशीला साहू ने संबोधित करते हुए कहा कि दिव्यांगों के प्रति समाज को सोच में परिवर्तन लाना होगा। दिव्यांग बच्चे प्रतिभा के धनी है। उनको आगे बढ़ाने का काम मिलजुलकर करना होगा। यदि कोई दिव्यांगों को अशक्त मानता है तो मैं कहूंगी कि ऐसी सोच रखने वाले ही अशक्त हैं।
                कार्यक्रम को समाज कल्याण विभाग सचिव सोनमणि बोरा ने भी संबोधित किया। वोरा ने बताया कि राज्य के 6 लाख 24 हजार दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए योजनाएं चल रही है। दिव्यांगों के लिए तीन नई योजनाओं लायी जा रही हैं। स्वयं केन्द्र में प्रशिक्षण लेकर व्यवसाय करने वाले दिव्यांगजनों को मार्केट लिंकेज की आवश्यकता है। वित्त विकास निगम और मुद्रा योजना के तहत् ऋण दिया जायेगा। मार्केट लिंकेज का प्रयास होगा।
                           dibyang  संभागायुक्त निहारिका बारिक सिंह ने कहा कि दिव्यांगजनों के प्रति समाज को पिछड़ी सोच से निकालने के लिए सामर्थ्य मेला उपयोगी है। कलेक्टर अन्बलगन पी. ने कार्यक्रम की परिकल्पना पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि दिव्यांगजनों के कौशल विकास के लिए जिले में भरपूर प्रयास किया जायेगा। सार्वजनिक और नीजि संस्थानों में दिव्यांगजनों और नेत्रहीनों के बाधारहित आवागमन के लिए सुविधाओं का निर्माण किया जा रहा है।
                   कार्यक्रम में राज्य स्तरीय सांस्कृतिक प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली अस्थि बाधित बालिका सत्यवति सोनवानी ने बाल विवाह की पीड़ा को अपने गीत के माध्यम से पेश किया। अतिथियों ने ब्रेल केलैण्डर 2017 का विमोचन किया।
                             इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक मयंक श्रीवास्तव, मनीष अग्रवाल समेत अन्य जनप्रतिनिधि, समाज कल्याण विभाग के संयुक्त संचालक पंकज वर्मा, जिला पुनर्वास अधिकारी चमेली चन्द्राकर, विभाग के अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

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