बिलासपुर–अम्बिकापुर और अनुपपुर से दुर्घटना से प्रभावित दो मरीजों की किम्स में मौत हो गयी है। दोनो ही परिवार के सदस्यों ने किम्स प्रबंधन पर उपचार के दौरान लापरवाही का आरोप लगाया है। दोनो ही परिवारो का कहना है कि दुर्घटना के बाद घायलो की हालत समान्य थी। लेकिन किम्स प्रबंधन ने लापरवाही उपचार कर मरीजों को मार डाला। इस दौरान जबरदस्ती आपरेशन कर उनसे मनमाने रूपये लिये। मौत के बाद उपचार करने के नाम पर उन्हे धोखे में रखा । मरीजों को जब दूसरे हॉस्पिटल में ले गए तो डॉक्टरों ने उन्हें को मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
पहला मामला अंबिकापुर का है। बिलासपुर कतियापारा निवासी बजरंग निर्मलकर किसी काम से अंबिकापुर गया था। इसी दौरान अम्बिकापुर में उसका एक्सीडेंट हो गया। परिजनो ने उपचार के लिए बिसासपुर के किम्स में दाखिल कराया । चिकित्सको ने उसे आईसीयू में भर्ती कर उपचार शुरू किया। डाक्टरों ने बताया कि बजरंग की एक्सीडेंट में किडनी डेमेज हो गयी है। उसका आपरेशन किया जाएगा। किम्स ने परिजनो को 40 हजार का बिल थमा दिया।
आपरेशन के बाद भी बजरंग के शरीर से खून का रिसाव नही रूका। डॉक्टरो ने उसे गंभीर बताते हुए अपोलो हॉस्पिटल ले जाने की सलाह दी । घायल बजरंग अपोलो पहुचता इसके पहले ही डॉक्टरो ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना से आक्रोशित बजरंग का बडा भाई विक्की निर्मलकर मोहल्ले वासियो के साथ सिविल लाइन थाने पहुचा। किम्स प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसके भाई की मौत होने के बाद भी किम्स प्रबंधन ने रूपये की लालच में आईसीयू में जबरन रखा। रूपये मिलने के बाद उसे अपोलो रिफर कर दिया ।
विक्कीस ने बताया कि जांच के दौरान अपोलो के डॉक्टरो ने बजरंग की मौत लगभग एक घंटा पहले होना बताया। जबकि मरीज को लेकर किम्स से मात्र बीस मिनट में आपोलो पहुंच गये थे। शिकायत के बाद पुलिस ने जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिया है।
दूसरी घटना अनुपपुर धनगवां की है। शेष नरायण पटेल को दुर्घटना के बाद बिलासपुर रिफर किया गया था। मरीज को किम्स हास्पिटल में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गयी। गुस्साये परिजनो ने किम्स में जमकर हंगामा किया। मामले की शिकायत सिविल लाइन थाने में दर्ज है।