केक खाने से दो सगे भाइयों की मौत…मां की हालत नाजुक…मर्ग कायम कर..जांच पड़ताल में जुटी पुलिस

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—जहरीला पदार्थ खाने से दो सगे भाइयों की मौत हो गयी है। जबकि बच्चों की मां की हालत गंभीर है। अस्पताल की सूचना पर सिविल पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की विवेचना कर रही है। पुलिस का कहना है कि परिवार के सदस्यों से पूछताछ के बाद स्पष्ट होगा कि बच्चों ने जहर क्यों खाया। फिलहाल सरिता मसीह के ठीक होने का इंतजार किया जा रहा है।
                     जरहभाठा निवासी एक परिवार के दो सगे भाइयों की जहरीला पदार्थ खाने से मौत हो गयी है। जहरीला पदार्थ खाने के बाद एक भाई ने एक दिन पहले तो दूसरे ने दूसरे दिन अपोलो में इलाज के दौरान दम तोड़ा है।
                         सिविल लाइन थाना प्रभारी जगदीश मिश्रा ने बताया कि घटना मंगलवार की रात की है। जरहाभाटा निवासी संजय मसीह के दोनों बेटों ने जहरीला पदार्थ खा लिया। कुछ देर बाद 12 साल का आशीष, 4 साल का अभिषेक मसीह समेत मां सरिता ने उल्टी करना शुरू कर दिया। देखते ही देखते तीनो की हालत बिगड़ने लगी। आनन फानन में परिजनों ने दोनों  बच्चों के साथ सरिता को सिम्स में भर्ती कराया। बुधवार सुबह दोनों बच्चों को निजी अस्पातल में दाखिल किया गया। इलाज के दौरान बुधवार को देर रात दस बजे अभिषेक ने दम तोड़ दिया।
                   हालत खराब होते देख निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने आशीष को अपोलो रिफर किया। जहां आशीष ने भी इलाज के दौरान अंतिम सांस ली। सिविल लाइन थाना प्रभारी ने बताया कि दोनों बच्चों की मां सरिता मसीह की हालत नाजुक है। पुलिस को पूछताछ के दौरान सरिता ने बताया कि घर में केक बनाकर रखा था। शायद छोटे बच्चे ने धोखे से केक में चूहा मार दवा डाल दिया। इसकी जानकारी हम लोगों को नहीं थी। इसी बीच आशीष और अभिषेक के जिद पर हम तीनों ने केक खाया। करीब एक घंटे बाद उल्टियां शुरू हो गयी। जब परिजनों को इसकी जानकारी मिली तो अस्पताल में भर्ती कराया।
                            जगदीश मिश्रा ने बताया कि बड़े बेटे की आज अपोलो में उपचार के दौरान मौत हो गयी है। पोस्टमार्टम के बाद शव को मृतक के पिता के हवाले कर दिया गया है। सरिता का इलाज सिम्स में चल रहा है। हालत गंभीर बनी हुई है। ठीक से बयान नहीं दे पा रही है। अस्पताल की सूचना पर सिविल लाइन पुलिस ने मर्ग कायम कर विवेचना में लिया है। सरिता के ठीक होने ौर परिवार वालों के बयान के बाद स्पष्ट होगा कि बच्चों ने जहर का सेवन कैसे और क्यों  किया।
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