केसला बना प्रदेश का अनोखा क्वारंटीन सेन्टर..महिला डॉक्टर से क्यों नाराज हुए कलेक्टर..मजदूरों की फरमाइश पर..क्या बोले सारांश..पढ़ें खबर

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—कलेक्टर सारांश मित्तर ने  बुधवार को बिल्हा और मस्तूरी में प्रवासी मजदूरों के लिए बनाये गए क्वारांटाइन केन्द्रों का जायजा लिया। भोजन, पानी शौचालय और अन्य व्यवस्थाओं को गंभीरता से लेते हुए जरूरी दिशा निर्देश दिया। क्वारांटाइन सेंटर्स में रखी गयीं गर्भवती महिलाओं पर विशेष ध्यान देने की बात कही।कलेक्टर सारांश मित्तर बिल्हा चकरभाठा कैम्प स्थित सनाड्य कुर्मी भवन क्वारांटाइन सेन्टर पहुंचे। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि सेन्टर में कुल 108 प्रवासी मजदूरों को रखा गया है। इनमें दो गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि क्वारंटीन किए गए मजदूरों को शाम सुबह नियमित भोजन दिया जाता है। इसके अलावा चाय और नाश्ते की भी व्यवस्था है।सीजीवालडॉटकॉम के व्हात्सएप NEWS ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक कीजिये
 
            कलेक्टर ने अधिकारियों के साथ मजदूरों के लिये बनाये जा रहे भोजन का औचक निरीक्षण किया। लोगों ने बताया कि मजदूरों ने कढ़ी सब्जी की इच्छा जाहिर की है। कलेक्टर ने क्वारांटाइन सेंटर प्रभारी को बताया कि खाना बनाते समय मजदूरों की अभिरूचियों का विशेष ध्यान रखा जाना जरूरी है। कलेक्टर मे क्वारंटीन सेन्टर में  मनोरंजन के लिए विशेष तौर पर टीवी की व्यवस्था की जमकर सराहना की।
 
केसला में विशेष क्वारांटीन सेंटर..कलेक्टर ने की तारीफ
 
           अधिकारियों के साथ कलेक्टर कलेक्टर मित्तर ग्राम केसला स्थित एएनसी केन्द्र क्वारांटाइन सेंटर्स पहुंचे। सीएमएचओ ने बताया कि केसला राज्य का पहला ऐसा सेन्टर है जहां केवल गर्भवती महिलाओं को ही रखा गया है। इस दौरान कलेक्टर ने सेन्टर के स्टाफ से भी बातचीत की। उन्होंने सभी को संक्रमण से बचने विशेष ध्यान रखने को कहा।
 
    मेडिकल स्टाफ ने बताया कि सेंटर में गर्भवती महिलाओं की प्रारंभिक जांच की जाती है। डिलिवरी की स्थिति में नजदीकी अस्पताल में भेजने की व्यवस्था की गयी है। बिल्हा के मातृ-शिशु अस्पताल में पहुंचे कलेक्टर को माइंस ओनर्स एसोसियेशन की तरफ से 30 पीपीई किट प्रदान किया गया।
 
           कलेक्टर मित्तर ने मस्तूरी विकासखंड के शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला दर्रीघाट स्थित क्वारांटाइन सेंटर का जायजा लिया। भोजन, पानी और शौचालय व्यवस्था को देखा। प्रवासी मजदूरों से भी रूबरू हुए। कलेक्टर को बताया कि यहां कुल 39 मजदूरों को रखा गया है। सभी का  सैम्पल लिया गया है। 14 मजदूरों को क्वारांटीन अवधि पूरी होने पर घर भेज दिया गया है।
 
तहसील कार्यालय और अस्पताल का निरीक्षण
 
           कलेक्टर सारांश मित्तर ने मस्तूरी स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, एसडीएम और तहसील कार्यालय का निरीक्षण किया। स्वास्थ्य केन्द्र में सामान्य मरीजों का ओपीडी, प्रतिदिन आने वाले मरीजों की संख्या की जानकारी ली। प्रसूति कक्ष में पीपीई किट का इस्तेमाल करने का निर्देश दिया। औषधि वितरण कक्ष में सैनेटाइजर और मास्क के उपयोग पर विेशष जोर दिया। इस दौरान कलेक्टर ने कोरोना के वीटीएम टेस्ट की जानकारी ली। 
 
डॉ.जोगी पायी गयी अनुपस्थित
 
         अस्पताल में पदस्थ मेडिकल ऑफिसर डॉ. पारूल जोगी की अनुपस्थिति को कलेक्टर ने गंभीरता से लिया। एसडीएम को निर्देश दिया कि अस्पताल में डॉ.पारूल जोगी की उपस्थिति सुनिश्चित करें। न्यथा कार्रवाई के लिए तैयार रहें। 
 
                     निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी गजेन्द्र सिंह ठाकुर, बिल्हा एसडीएम अखिलेश साहू, मस्तूरी एसडीएम मोनिका वर्मा और अन्य अधिकारी कर्मचारी विशेष रूप से उपस्थित थे।
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