रायपुर। राज्य के दूर-दराज के गांवों तक ई-शासन की पहुंच बढ़ रही है। राष्ट्रीय डिजिटल साक्षरता मिशन के अंतर्गत ई-शासन के लाभ जन-जन तक पहुंचाने के लिए प्रदेश में स्थापित चॉइस सेंटर (सामान्य सेवा केन्द्र) के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र में 60 हजार लोगों को डिजिटली साक्षर (कम्प्यूटर और इन्टरनेट के उपयोग में प्रशिक्षित) किया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने अधिकारियों को ‘डिजिटल छत्तीसगढ़’ के सपने को साकार करने के लिए सभी जरुरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। छत्तीसगढ़ इंफोटेक प्रमोशन सोसायटी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सौरभ कुमार ने आज यहां बताया कि सम्पूर्ण राज्य में निर्धारित लक्ष्य से अधिक लगभग डेढ़ लाख लोगों का राष्ट्रीय डिजिटल साक्षरता मिशन कार्यक्रम के अंतर्गत पंजीयन किया गया है।
उन्होंने बताया कि राज्य में संचालित लगभग एक हजार सामान्य सेवा केन्द्रों के द्वारा यह प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। जिससे राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नये अवसर पैदा हुए हैं साथ ही आम नागरिक भी डिजिटली साक्षर हो रहे हैं। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय डिजिटल साक्षरता मिशन कार्यक्रम के अंतर्गत छत्तीसगढ़ को प्रत्येक परिवार से एक कुल एक लाख 20 हजार लोगों को डिजिटली साक्षर करने का लक्ष्य मिला था। छत्तीसगढ़ ने लक्ष्य से अधिक कुल एक लाख 49 हजार 783 लोगों का पंजीयन किया जा चुका है। राष्ट्रीय साक्षरता मिशन द्वारा प्रशिक्षण के पश्चात् आयोजित परीक्षा मंे राज्य के लगभग 9 हजार लोग परीक्षा पास कर चुके हैं। छत्तीसगढ़ में राज्य के 10 हजार 204 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, 13 हजार 656 मितानिन, 6 सौ 47 राशन दुकान संचालकों और लगभग एक लाख 25 हजार सामान्य लोगों को डिजिटल साक्षर करने का पंजीयन किया जा चुका है।
एक वर्ष में राज्य में स्थापित कुल लगभग 22 सौ चॉइस केन्द्रों (सामान्य सेवा केन्द्रों) के द्वारा 25 लाख लोगों का आधार पंजीयन, लगभग 8 लाख 50 हजार रंगीन मतदाता पहचान पत्र, लगभग 19 करोड़ मूल्य के 5 लाख 50 हजार बिजली बिल और एक लाख 20 हजार मजदूरों का पंजीयन कार्य किया गया है।