कोरोना ने बजाया बैंड..बैण्ड पार्टी की हालत खराब..अब सरकार से गुहार

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—कोरोना ने सबकी बैण्ड बजाकर रखा है। बैण्ड पार्टी भी अछूता नहीं है। अब छत्तीसगढ़ बैण्ड एण्ड डिस्को पार्टी संगठन ने सरकार से गुहार लगाई है। आज प्रदेश में जिला से लेकर तहसील स्तर तक बैण्ड पार्टी सगंठनों एक साथ मुख्यमंत्री के नाम जिला  और तहसील प्रमुख के सामने अपनी पीड़ा को जाहिर कर मदद की मांग की है।

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                     छत्तीसगढ़ बैण्ड पार्टी संगठन के अध्यक्ष नासिर खान और सचिव अशोक सोनी ने मुख्यमंत्री के नाम शासन को पत्र लिखा है। जिला प्रशासन को बताया पिछले तीन महीने से उनका काम धाम पूरी तरह से बन्द है। जिस दिन शुभ मुहुर्त का दौर शुरू हुआ उसी दौरान यानि 22 मार्च को लाकडाउन लागू हुआ।

               इसके बाद बैण्ड पार्टी से जुड़े करीब 16 हजार से अधिक परिवारों का बुरा दिन भी शुरू हो गया। आज तीन महीने बाद उनकी हालत बद से बदतर हो चुकी है। बैण्ड पार्टी संगठन के लोगों ने बताया कि हमें समाज में बहुत सम्मान से नहीं देखा जाता है । हमारा काम पार्टी,शादी, और अन्य शुभ मुहुर्त में बैण्ड बजाना है। इसके अलावा हमारे पास कोई काम नहीं है। ऐसी सूरत में पेशे से जुड़े 16 हजार से अधिक परिवारों का घर चलना मुश्किल हो गाया है।

            नासिर और अशोक सोनी ने बताया कि शासन स्तर पर किसी ना किसी को कुछ ना कुछ सहयोग जरूर मिला है। लेकिन हम कलाकारो और श्रमिकों को आज तक सरकार से किसी प्रकार राहत नहीं मिली है। यद्यपि हमने पिछले तीन महीने जैसे तैसे काट लिए । लेकिन आर्थिक हालत कमजोर होने के चलते दिन काटना दुश्वार हो गया है। 

                     हमारी मांग है कि बैण्ड व्यवसाय से जुड़े लोगों को बैंक या सहकारी बैंकों से अथवा शासकीय योजना के तहत न्यूतम व्बाज पर आर्थिक सहयोग किया जाए। कम से कम 5 लाख और अधिकतम 25 लाख का लोन दिया जाय। कलाकार श्रमिकों को शासन के श्रम विभाग से विशेष पैकेज की व्यवस्था की जाए।

             मांगलिक और अन्य पार्टी में न्यूनतम संख्या निर्धारित कर बैण्ड बजाने की अनुमति दी जाए। चूंकि हमारा सरोकार मांगलिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनैतिक गतिविधियों के शुभकार्यों से जुड़ा है। लेकिन हमारे उत्थान को लेकर कभी ध्यान नहीं दिया गया। परिस्थितियों को देखते हुए सरकार बैण्ड पार्टी से जुड़े कलाकारों के हितों के मद्देनजर बोर्ड का गठन किया जाए।  ताकि हमारी स्थिति परिस्थियों का सही आकलन हो सके। 

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