कोरोना पाजीटिव महिला की मौत.. कोविड अस्पताल में थी भर्ती..जान छुड़ाने जबरदस्ती किया गया था रिफर

BHASKAR MISHRA
3 Min Read

बिलासपुर—-इसके पहले कोरोना पाजीटिव महिला दम तोड़ती…जिला अस्पताल प्रबंधन ने बदनामी से बचने कोरोना बीमार महिला को इलाज के लिए सिम्स रिफर कर दिया गया। इसके पहले महिला सिम्स पहुंचती और उसने उसने दम तोड़ दिया। फिलहाल मामले को लेकर प्रशासन में जमकर हड़कम्प है। बताया जा रहा है कि महिला को जिला अस्पताल में हार्ट अटैक की शिकायत आयी थी।

                  जानकारी के अनुसार 30 जुलाई को मंगला बस्ती की एक महिला को कोरोना पाजीटिव पाए जाने के बाद  कोविड-19 अस्पताल में भर्ती किया गया। एक दिन पहले यानि 8 अगस्त की शाम जिला अस्पताल से कोरोना पाजीटिव महिला को दिल की शिकायत के बाद सिम्स के लिए रिफर किया गया। महिला सिम्स पहुंचती इसके पहले उसने दम तोड़ दिया है।

                        बताया जा रहा है कि जिला अस्पताल प्रमुख सिविल सर्जन डॉ.मधुलिका सिंह को इस बात की अच्छी तरह से जानकारी थी..पीड़ित का बचना नामुमकिन है। बावजूद इसके हार्ट अटैक की शिकायत बताकर महिला मरीज को एक दिन पहले देर शाम सिम्स रिफर किया गया। यह जानते हुए भी सिम्स में कार्डियोलाजिस्ट नहीं है। जाहिर सी बात है कि घटनाक्रम को देखते हुए महिला की मौत के लिए सीधे तौर पर कोविड-19 अस्पताल की लापरवाही सामने आ रही है। 

जानबूझकर किया गया रिफर

                सिम्स प्रबंधन ने बताया कि महिला कोरोना पाजीटिव थी। एक दिन पहले ही देर शाम महिला को अटैक की शिकायत पर कोविड-19 अस्पताल से रिफर किया गया। जबकि जिला अस्पताल प्रबंधन को भी पता है कि सिम्स में कार्डियोलाजिस्ट नहीं है। बावजूद इसके महिला को सिम्स के लिए रिफर किया गया। लेकिन महिला कोविड़ मरीज ने सिम्स पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया। 

भर्ती में उम्र का भेदभाव

                         जानकारी देते चलें कि कोविड-19 अस्पताल में कोरोना मरीजों के साथ भर्ती के दौरान जमकर भेदभाव किया जाता है। जिला अस्पताल प्रमुख के मौखिक आदेश पर नाबालिग और बुजुर्गों को भर्ती नहीं किया जाता है। यही कारण है कि कोविड-19 अस्पताल में नाबालिग और बुजुर्ग कोरोना मरीज का इलाज नहीं किया जाता है।

कोरोना पाजीटिव  मरीज

                    कोरोना वायरस से मरने वाली महिला श्रीमती श्रीवास को कोविड-19 अस्पताल में 30 जुलाई को भर्ती किया था। एक दिन पहले ठीक होने से पहले ही उसे सिम्स जानबूझकर रिफर किया गया। रिफर का कारण हार्ट अटैक बताया गया। जबकि डॉ.मधुलिका को अच्छी तरह से जानकारी थी कि सिम्स में कार्डियोलाजिस्ट नहीं है। जाहिर सी बात है कि अपनी असफलता को छिपाने के लिए ही उन्होने मरीज को सिम्स रिफर किया है।

मौत का कारण कोरोना

                   बहरहाल सिम्स प्रबंधन ने रिपोर्ट तैयार कर स्वास्थ्य प्रशासन रायपुर, कोविड-19 अस्पताल और जिला प्रशासन के अलावा पुलिस थाना को भेजा है। रिपोर्ट में महिला की मौत  सिम्स से बाहर होना बताया है। साथ ही यह भी लिखा है कि महिला कोरोना पाजीटिव है।

close