नारायणपुर-नोवल कोरोना वायरस ने भारत सहित पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी है। तेजी से फैलने वाले इस खतरनाक वायरस से देश के हजारों लोग संक्रमित हो चुके और कई लोगों की असमय जान जा चुकी है। वैश्विक महामारी घोषित कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण की वजह से मानवता गम्भीर संकट से जूझ रही है। कोरोना की रोकथाम एवं इससे बचाव के लिए पूरी दुनिया में लॉकडाउन चल रहा है, जिससे लोग अपने घरों में ही कैद हैं। कोरोना वायरस के लगातर बढ़ते कहर के खिलाफ पूरे देश और प्रदेश में एकजुटता के साथ जंग जारी है। जिसमें हमारे डॉक्टर, नर्सेस अन्य स्वास्थ्यकर्मी, प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी-कर्मचारी पूरी कर्तव्यनिष्ठा के साथ रात-दिन अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभा रहे हैं। सबसे अच्छी बात यह है कि आपदा की इस घड़ी में बडों के साथ-साथ छोटे-छोटे मासूम बच्चे भी कोरोना को हारने और सरकार को आर्थिक सहयोग देने में आगे आ रहे हैं।सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप (NEWS) ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक कीजिये
बस्तर संभाग के नारायणपुर जिले शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के समीप स्थित शिक्षक कालोनी के विवेक पांडे ऐसे ही परोपकारी मासूम छात्र हैं, जिसने कोरोना वायरस की रोकथाम और गरीब-जरूरतमंदों की सहायता के लिए जिला प्रशासन द्वारा संचालित डोनेशन ऑन व्हीलस में अपनी गुल्लक दी है। नारायणपुर के विश्वदीप्ति हायर सेकेण्डरी स्कूल के कक्षा दूसरी के 8 वर्षीय छात्र द्वारा आज अपने घर के बाहर माड़ रक्षा सेवा संस्थान की टीम को अपनी गुल्लक सौंपी। गुल्लक खोलने पर उसमें 1200 रुपए निकले। मासूम विवेक ने उक्त राशि अपने परिवार के सदस्यों एवं रिश्तेदारों से भेंट में मिले रुपयों को गुल्लक में डालकर जोड़ी थी।
टीव्ही पर मुख्यमंत्री जी की अपील देखकर जागी सेवा भावना
खेलने-कूदने की उम्र में अपने अनूठे योगदान से पीड़ित मानवता की मदद करने वाले मासूम छात्र विवेक ने बताया कि कोरोना के खिलाफ जारी जंग में आर्थिक सहयोग देने की भावना उसके अंतर्मन में टीव्ही पर मुख्यमंत्री जी की अपील और देश-प्रदेश के हालात को देखकर जागी। लॉकडाउन की वजह से गरीब श्रमिकों, कमजोर वर्गों को हो रही परेशानी एवं राष्ट्रीय आपदा के समय शासन-प्रशासन को नागरिकों के द्वारा दिल खोलकर आर्थिक सहयोग करते देख उसने अपनी गुल्लक में जमा राशि देने की बात अपने परिवार वालों से कही। मासूम विवेक के इस नेक इरादे और जज्बे का पता जब परिवार के अन्य सदस्यों को चला तो सभी ने उसकी हौसला अफजाई की। लॉकडाउन के चलते विवेक के संकल्प को पूरा करने के लिए डोनेशन ऑन व्हील्स के वालेंटियर्स माड़ रक्षा सेवा संस्थान से मोबाइल फोन पर चर्चा कर उनसे घर आकर गुल्लक प्राप्त करने का आग्रह किया गया। जिसके लिए टीम सहर्ष तैयार हो गईं। मंगलवार 14 अप्रैल की दोपहर को माड़ रक्षा सेवा संस्थान की टीम ने छात्र विवेक के घर बाहर आकर उससे गुल्लक प्राप्त की। गुल्लक सौंपते समय विवेक पांडे का पूरा परिवार मौजूद था। टीम ने इस नन्हें छात्र की संवेदनशीलता, बड़ी सोच और कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव को लेकर जागरूकता से प्रभावित होकर सामाजिक दूरी का पालन करते हुए उनके साथ सेल्फी भी लिए।
विवेक ने कायम की मानवता की मिशाल-कलेक्टर श्री एल्मा
कलेक्टर पी एस एल्मा ने मासूम छात्र विवेक पांडे के द्वारा डोनेशन ऑन व्हील्स में अपनी गुल्लक देने के फैसले की मुक्तकण्ठ से सराहना करते हुए कहा कि विवेक जैसे बच्चे कोरोना से जारी लड़ाई में हमारी उम्मीद की किरण हैं, जहाँ इतने छोटे बच्चे स्वप्रेरणा से इस लड़ाई में भागीदार बन रहे हैं, वहाँ कोरोना की हार सुनिश्चित है। कलेक्टर श्री एल्मा ने कहा कि पीड़ित मानवता की सेवा ही सबसे बड़ा धर्म और सच्चा राष्ट्र प्रेम है। संकट की इस घड़ी में यह भावना लगातार मजबूत हो रही है। छात्र विवेक ने अपने अनूठे और हृदयस्पर्शी प्रयास से मानवता की मिशाल कायम की है। कलेक्टर ने कहा कि, मैं ऐसे अभिभावकों को नमन करता हूँ जो कि मूल्यनिष्ठ समाज की स्थापना हेतु अपने बच्चों को अच्छे संस्कार दे रहे हैं, और उनके अंदर सच्चे राष्ट्र प्रेम की लौ प्रज्ज्वलित कर रहे हैं। कलेक्टर कहा कि भारत देश वाकई धन्य जहाँ ऐसे बच्चे हैं। कलेक्टर ने मासूम छात्र विवेक से गुल्लक प्राप्त करने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट करने की बात कही हैं ताकि अन्य लोगों को भी इससे प्रेरणा मिल सके।