कोरोना मरीज रिकवर दर..75 प्रतिशत के साथ बिलासपुर ने बनाया रिकार्ड.. कलेक्टर..डॉ. सारांश ने दिया डॉक्टरों को श्रेय..राजधानी को छठवां स्थान

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुरृ— कोरोना विस्फोट के बीच बिलासपुर जिले में मरीजों के ठीक होने की दर प्रदेश के अन्य जिलों से बेहतर है। राज्य शासन से जारी रिपोर्ट के अनुसार कोरोना मरीजों का सबसे अच्छा रिकवरी दर बेमेतरा जिला में है। 75 प्रतिशत रिकवरी दर के साथ बिलासपुर दूसरे स्थान पर है। जबकि सुकमा का स्थान तीसरा और जीपीएम जिला 28 वें स्थान पर है। कलेक्टर ने रिपोर्ट पर खुशी जाहिर की है। उन्होने कहा कि इसका सारा श्रेय हमारे चिकित्सकों को जाता है। इसमें जनता की भूमिका अहम है।
   
                प्रदेश स्वास्थ्य महकमा ने प्रदेश में कोरोना कुल मरीजों के आंकड़ों के साथ ठीक हुए मरीजों की संख्या की सूची जारी किया है। सूची के अनुसार सर्वाधिक मरीज रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर में दर्ज किए गए हैं। मरीजो के ठीक होने को लेकर 75 प्रतिशत की दर के साथ बिलासपुर दूसरे स्थान पर है। जबकि 76 प्रतिशत रिकवरी दर के साथ बेमेतरा पहले स्थान पर काबिज है।  मरीजों की रिकवरी दर रिपोर्ट बेहतर पाए जाने पर कलेक्टर डॉ.सारांश मित्तर ने सारा श्रेय बिलासपुर के डाक्टरों को दिया है। 
 
                          जानकारी देते चलें कि सूची में राजधानी को मरीजों के रिकवरी दर में 6 वां स्थान हासिल हुआ है। यद्यपि रायपुर में बिलासपुर की तुलना में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा है। सूची के अनुसार रायपुर में मरीजों का रिकवरी दर 64 प्रतिशत जबकि इसके ऊपर बीजापुर 65 प्रतिशत के साथ पाचंवे, राजनांदगांव 67 प्रतिशत रिकवरी दर के साथ चौथे और  सुकमा 74 प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर है।
 
                बताते चलें कि सूची में अंतिम तीन स्थान पर क्रमशः 26 वां  मुंगेली, 27 वां दंतेवाडा और नया जिला गौरेला पेन्ड्रा मरवाही 28 वें स्थान पर है।  23 सितम्बर को स्वास्थ्य विभाग से जारी कोरोना मरीजों के स्टेटस में बताया गया है कि अब तक 93351 मरीजों में 56773 मरीज पूरी तरह से ठीक होकर घर लौट चुके हैं। 
  
                                     रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि प्रदेश के कुल मरीजों में 40469 कोविड पीड़ितों को अस्पताल में रखा गया था। जबकि 16304 मरीजों का इलाज होमआइसोलेशन में किया गया है। 
 
         स्वास्थ्य विभाग ने रिपोर्ट..कोरोना मरीजों की कुल संख्या और स्वस्थ्य होकर घर लौटे मरीजों की संख्या के आधार पर तैयार किया है। पहले स्थान पर काबिज बेमेतरा जिले में 23 सितम्बर के आधार कुल 1088 मरीज पाए गए। इसमें 822 मरीजो को अस्पताल और 8 मरीजों को होमआइसोलेश में रखकर ठीक किया गया। इस प्रकार कोरोना से 76 प्रतिशत मरीज स्वस्थ्य होकर घर लौटे।
 
              बिलासपुर में 6239 में से डाक्टरों की टीम ने 2019 मरीजों को अस्पताल से जबकि 2637 मरीजों को होमआइसोलेशन में रखकर ठीक किया। सूची के अनुसार जिले में पाए गए कुल 4656 यानि 75 प्रतिशत मरीज रिकवर होकर घर लौटे हैं।   
 
रिकवरी दर में हुआ अभूतपूर्व सुधार
    
                 जानकारी देते चलें कि करीब दो सप्ताह पहले तक बिलासपुर में  मरीजों की संख्या में बेतहासा बृद्धि देखने को मिली। इस दौरान डाक्टरों की टीम ने जिला प्रशासन के निर्देश पर लगातार प्रयास कर ज्याादा से ज्यादा मरीजों को ठीक कर ना केवल घर लौटाया। बल्कि रिकवरी दर में अप्रत्याशित परिणाम देते हुए बिलासपुर को सूची में दूसरा स्थान दिलाया। निश्चित रूप से आंकड़ा भय के वातावरण में मरहम जैसा है। 
 
क्या कहते हैं कलेक्टर डॉ.मित्तर
  
                  मरीजों के ठीक होने के आंकड़े को लेकर कलेक्टर डॉ.सारांश मित्तर ने खुशी जाहिर की है। साथ ही और बेहतर परिणाम की बात कही है। कलेक्टर डॉ. मित्तर ने बताया कि निश्चित रूप से सूची में मरीजों के रिकवरी दर को लेकर दूसरा स्थान हासिल करना सुखद है। इसका सारा श्रेय सिस्टम को जाता है। खासकर डॉक्टरों की टीम ने बहुत मेहनत की है। इसका परिणाम अब धीरे धीरे सामने आने लगा है। जल्द ही बिलासपुर जिले में कोरोना मरीजों की रिकवरी दर को लेकर और अच्छा परिणाम देखने को मिलेगा। सरकारी गैर सरकारी सभी चिकित्सालय के डाक्टर अपना 100 प्रतिशत दे रहे हैं। जाहिर सी बात है कि परिणाम भी इसी के अनुरूप आएगा। डॉ. मित्तर ने बताया कि प्रशासनिक अधिकारियों के साथ पुलिस प्रशासन का भी परिणाम में अहम योगदान है और रहेगा। क्योंकि जनता भी अब सजग हो गयी है।
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