रायपुर ।पूरी दुनिया और देश के साथ ही कोरोना संकट से जूझ रहे छत्तीसगढ़ में 1 जुलाई से स्कूल खोलने की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। चर्चा है कि स्कूलों को के साफ-सफाई और सैनिटाइजेशन के निर्देश जारी हुए हैं। उधर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता डॉ रमन सिंह ने कहा है कि स्कूल खोलने में सरकार को जल्दबाजी नहीं करना चाहिए। 15 जुलाई तक स्थिति को देखकर कोई निर्णय लिया जाना चाहिए.जैसा कि मालूम है कि पिछले मार्च महीने से कोरोनावायरस संक्रमण की दस्तक हुई थी। उसके बाद 13 मार्च से छत्तीसगढ़ में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए स्कूलों में छुट्टी दे दी गई थी ।जिससे स्कूलों की परीक्षाएं भी प्रभावित हुई थी और सरकार ने लोकल एग्जाम रद्द कर जनरल प्रमोशन का फैसला किया था ।इसके तुरंत बाद गर्मी की छुट्टियां शुरू हो गईं।स्वाभाविक रूप से अभी 30 जून तक स्कूल बंद रहेंगे।सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप NEWS ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक कीजिये
लेकिन 1 जुलाई से स्कूल फिर खोलने को लेकर सुगबुगाहट शुरू हो गई है । हाल ही में खबर आई थी कि सरकार ने 1 जुलाई से स्कूल खोलने के संकेत दिए हैं। हालांकि यह समस्या भी सामने आई कि ज्यादातर स्थानों में स्कूलों में ही क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं। जहां प्रवासी मजदूरों को रखा जा रहा है ।ऐसे में समस्या हो सकती है। इसे देखते हुए गांव के अन्य शासकीय – सामुदायिक भवनों में क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाने के साथ ही स्कूलों की साफ-सफाई और सैनिटाइजेशन को लेकर भी चर्चा हुई .
अब तक की स्थिति में माना जा रहा है कि स्कूल 1 जुलाई से खोले जा सकते हैं ।उधर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता डॉ रमन सिंह ने रविवार को रायपुर में कहां कि छत्तीसगढ़ में कोरोनावायरस संक्रमण की मौजूदा स्थिति को देखते हुए स्कूल खोलने को लेकर जल्दबाजी नहीं की जानी चाहिए। उनका कहना है कि 15 जुलाई की स्थिति का आकलन करने के बाद इस बारे में कोई निर्णय लिया जाना चाहिए। अब देखना यह है कि स्कूल खोलने को लेकर सरकार की ओर से अंतिम रूप से क्या फैसला आता है ।इस पर सभी की नजर लगी हुई है।