क्योंकि पुलिस वाले भी रखते हैं दिल.. प्रयास मात्र से महिला को मिली नई जिन्दगी..आखिर हुआ क्या..पढ़ें खबर

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—समाज में पुलिस की छवि हमेशा से कड़क और तुर्रम खान की रही है। लेकिन आम जनता को ऐसा बहुत ही कम देखने को मिला है कि खाकी वर्दी के पीछे भी एक ऐसा दिल है..जो अन्य लोंगो की दिल की तरह ही धड़कता है। यह दिल कभी बहुत उदार तो कभी बहुत कड़क होने के लिए मजबूर करता है। वहीं पुलिस ने एक बार फिर ऐसा मिशाल पेश किया है जिसे लोग दिनों दिन तक याद रखना चाहेंगे। 

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              सिविल लाइन थाना और एडिश्नल एसपी कार्यालय के सामने सड़क पर पुलिस के अधिकारियों ने एक ऐसी महिला को देखा जिसे चलने फिरने में बहुत तकलीफ हो रही है। पुलिस अधिकारियों ने थाना प्रभारी परिवेश तिवारी को निर्देश दिया कि पता लगाएं कि आखिर महिला को किस तरह की परेशानी है। मौके पर पहंची महिला आरक्षक को गरीब महिला ने बताया कि उसका नाम सरिता मिश्रा उम्र 58 साल मगरपारा की रहने वाली है।  शारीरिक परेशानियों के चलते उसका चलना फिरना तो दूर जीना भी दूभर हो गया है। 

         पूरी जानकारी के बाद आलाधिकारियों के निर्देश पर थाना प्रभारी ने महिला की समस्या को दूर करने का प्रयास किया। तत्काल जरूरी दस्तावेज तैयार कर महिला आरक्षक के साथ दिव्यांग सरिता मिश्रा को जिला अस्पताल के पीछे समाज कल्याण विभाग भेजा गया। दस्तावेजी कार्रवाई पूरी होने के बाद दिव्यांग महिला को महिला आरक्षक के साथ तिफरा स्थित कार्यालय भेजा गया। यहां पर दिव्यांग महिला को ट्रायसायकल दिलाकर पुलिस ने सरिता की परेशानियों को कम करने का ना केवल सफल प्रयास किया। बल्कि नई मिशाल पेश कर लोगों को मदद के लिए प्रेरित भी किया है।

          ट्रायसायकल मिलने के बाद पीड़ित महिला ने पुलिस प्रशासन को दिल से दुआएं दी है। इसके बाद महिला ट्रायसायकल चलाकर अपने घर मगरपारा के लिए खुशी खुशई रवाना हो गयी। 

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