बिलासपुर— पुलिस ने ताबडतोड कार्रवाई से अपराधियों के कान खड़े हो गये हैं। आईजी दीपांशु काबरा के पदभार लेने के बाद लंबित स्थायी वारंटियों की नींद गायब होने लगी है। शहर के विभिन्न थानों से अब तक एक सौ से अधिक स्थायी वारंटियों की तामिली हो चुकी है। क्राइम ब्रांच टीम ने स्थायी वारंटियों के खिलाफ ताबड़ तोड़ शतक बनाते हुए 20 साल से फरार आरोपियों को भी नहीं बख्शा है।
आईजी और एसपी की कार्रवाई से अपराधियों के होश उड गए हैं। पदभार लेने के बाद आईजी के निर्देश और पुलिस कप्तान आरीफ शेख के आदेश पर क्राइम ब्रांच ने फरार स्थायी वारंटियों को दबोचना शुरू कर दिया है। जिले के विभिन्न थानों में लंबित वारंटियोंं के खिलाफ अभियान चलाते हुए क्राइम ब्रांच ने अब तक 103 से स्थायी वारंटियों को धर दबोचा है। पुलिस की ताबड़तोड कार्रवाई के चलते अपराधियों के होश उड़ गए हैं।
जानकारी के अनुसार क्राइम ब्रांच टीम को शहर के विभिन्न थानों की लंबित वारंटियों की सूची से 103 स्थायी वारंटियों को पकड़ने में सफलता मिली है। पकड़े गए आरोपियों में से कई मामले 20 साल पुराने हैं। एडिश्नल एसपी नीरज चन्द्राकर और आईपीएस शलभ सिन्हा ने बताया कि सिविल लाइन थाना क्षेत्र से सर्वाधिक 18 स्थायी वारंटियों को पकड़ा गया है। इसके रतनपुर थाने का नम्बर आता है।
पुलिस अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार तारबाहर थाना में दर्ज फरार 11 आरोपी, सिविल लाइन के 18, तोरवा से तीन, कोटा के 12,चकरभाठा थाना तीन फरार आरोपियों की धरपकड़ हुई है। इसी तरह तखतपुर के 2,कोतवाली थाना के 14,रतनपुर थाना से 15,सिरगिट्टी के 2,सकरी थाना से 6 मस्तूरी थाना में दर्ज 8 और सीपत थाना में दर्ज दो आरोपियों को पकड़ा गया है। सभी लोगों के खिलाफ कुछ नए और कुछ पुराने अपराध दर्ज है।
शलभ और नीरज ने बताया कि अभी कई फरार आरोपियों को पकड़ा जाना है। उम्मीद है कि जल्द फरार बदमाशों को पकड़ लिया जाएगा।