खतरे में पर्यावरण…धरने पर बैठा पत्रकार…सीईओं रीतेश ने जताई चिंता..कमिश्नर ने चलाया सफाई अभियान

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर–विश्व पर्यावरण दिवस पर नूतन चौक सरकंडा स्थित जोरापारा तालाब में सफाई अभियान चलाया गया। इसके बाद उपस्थित लोगों ने क्षेत्र में पौध रोपण भी किया। सफाई अभियान में निगम अधिकारियों और कर्मचारियों ने श्रमदान किया।
                         विश्व पर्यावरण दिवस पर निगम कमिश्नर प्रभाकर पाण्डेय के निर्देशन में निगम प्रशासन, स्मार्ट सिटी लिमिटेड, एनजीओ सक्षम, द्रुति और लॉयन्स क्लब के पदाधिकारियों  और जनप्रतिनिधियों ने पर्यावरण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। सुबह 10 बजे विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर  श्रमदान कर पौध रोपण और तालाब की सफाई की। अधिकारियों, कर्मचारियों और जनप्रतिनिधियों ने तालाब परिसर की साफ-सफाई भी की।
                मौके पर उपस्थित सभी लोंगों ने अपने आस पास की सफाई रखने, कूड़ेदान में कचरा फेकने और पालीथिन का उपयोग नही करने का संकल्प लिया। पौधरोपण के बाद ट्री गार्ड लगाया गया। प्रतिदिन पौधों में पानी देने एक कर्मचारी की ड्यूटी लगाने के निर्देश दिया गया। मौके पर उपायुक्त मिथिलेश अवस्थी, खजांची कुम्हार समेत निगम के आलाधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे।
हमारी साझा जिम्मेदारी
विश्व पर्यावरण दिवस पर रिवर व्यू में जिला पंचायत सीईओ रितेश कुमार अग्रवाल ने जागरूकता रैली को संबोधित किया। अग्रवाल ने पर्यावरण के महत्व और जरूरतो पर प्रकार डाला। उपस्थित लोगों को बताया कि पर्यावरण संरक्षण का सीधा मतलब जीवन को गतिशील बनाना है। पर्यावरण का संरक्षण हम सबकी जिम्मेदारी है। यह काम केवल सरकार के दम पर संभव नहीं है। इसके लिए देश के एक एक नागरिक को कंधे से कंधा मिलाकर चलना होगा। इस दौरान शैलेष पाण्डेय, बेलतरा विधायक रजनीश सिंह, महापौर किशोर राय, पार्षद अखिलेश चन्द्र प्रदीप बाजपेयी, नेचर क्लब सदस्य समेत बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
बेजुबान को आक्रोश की अभिव्यक्ति
                  नेहरू पर फोटो पत्रकार और जंगल बुक के संपादक पर्यावरण प्रेमी व्ही.व्ही.रमन किरण ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर अनूठा विरोध प्रदर्शन किया। रमन किरण का साथ ना केवल पर्यावरण प्रेमियों ने बल्कि सामाजिक कार्यकर्ता प्रियंका शुक्ला के अलावा जिले के पत्रकारों ने भी दिया। रमन ने बताया कि भौतिक जरूरतों को लेकर इंसान अपना जीवन भूल गया है। अपने ही हाथों अपनी दुनिया को नष्ट कर रहा है। पशु पक्षी पर्यावरण का सबसे अच्छ संकेत देते हैं। दशकों से बेलमुण्डी पक्षी प्रेमियों का स्थल हुआ करता था। विश्व की तमाम प्रकार की प्रजातियां महीनों तक बेलमुण्डी में कलरव किया करती थीं। इस साल ऐसा कुछ नहीं दिखायी दिया। यह संकेत ठीक नहीं है। दुख होता है देखकर जब दुनिया पशु पक्षियों के विषैली हो गयी है। तो भला मानव का जीवन कैसे सुरक्षित रह सकता है।
                       रमन किरण ने बताया कि हमारा प्रदर्शन पर्यावरण संरक्षण को लेकर है। सवाल उठता है कि आखिर वजह क्या है कि प्रयास के बाद भी पर्यावरण को संंभाला नहीं जा सका है। शायद इसकी वजह हमारी अति लोलुपता और पश्चिमी अंधानुकरण है। हमें जागना होगा। अन्यथा मानव समाज विनाश के लिए तैयार रहे। क्योंकि ओजोन परत खतरे में है। तापमान बढ़ता जा रहा है। हमें मिलकर समस्या का सामना करना होगा।
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