खुडिया इलाके में तेंदुए की खाल के साथ तीन पकड़ाए….. सुरक्षा व्यवस्था की खामियां उजागर

Chief Editor
3 Min Read
लोरमी  ( योगेश मौर्य ) ।  शासन-प्रशासन के द्वारा जंगली जानवरों के संरक्षण के लिए लाखों करोड़ों रुपए वन विभाग को दिए जाते हैं  । लेकिन लाखों करोड़ों रुपए मिलने के बाद भी जंगली जानवरों का सही तरीके से संरक्षण नहीं किया जा रहा है। ताजा मामला खुड़िया वन परिक्षेत्र में आया है,,जहां पर तीन लोगों ने एक तेंदुए का शिकार करके उसकी खाल  अपने पास रखी थी । खाल   सहित अन्य अवशेष जप्त किये गए है । आरोपियों के पास से मोटरसायकल और मोबाइल भी जब्त किया गया है।
आपको बता दें कि जिस तरह से वन विभाग के द्वारा जंगली जानवरों के संरक्षण के दावे किए जाते हैं  । लेकिन उन सारे दावों की पोल खुलती नजर आ रही है  । इस घटना से पहले भी सांभर और जंगली सूअर का शिकार वन परिक्षेत्र में हुआ था ।  जिस पर वन विभाग ने कार्यवाही करते हुए आरोपियों को जेल भेजा था। लेकिन इस घटना के बाद भी वन विभाग के अधिकारी जंगली जानवरों के संरक्षण के लिए गंभीर नजर नहीं आ रहे है जिसका खामियाजा बेजुबान जंगली जानवरों को भुगतना पड़ता है। जिस तरह से शासन के द्वारा लाखों करोड़ों रुपए जंगलों की सुरक्षा के साथ साथ जंगल में रहने वाले जंगली जानवरों की सुरक्षा के लिए वन विभाग को दिए जाते हैं ।  उसके अनुरूप विभाग के द्वारा उस पैसे का उपयोग नहीं किया जाता  । जिसके कारण ही इस तरह की घटनाएं जानवरों के साथ होती है। जंगलों के साथ-साथ जंगली जानवरों की सुरक्षा की बात करें तो वन विभाग पर सुरक्षाकर्मी के रूप में जो  कर्मी तैनात किए जाते हैं उनकी संख्या बहुत ही कम है  ।  जंगलों में बीट के आधार पर वन कर्मी तैनात किए जाते हैं   ।जिस में वर्तमान में एक बिट में केवल एक या दो कर्मचारी ही तैनात किए गए हैं ।  लेकिन इतना घना जंगल होने के बाद भी यहां पर सुरक्षाकर्मियों की काफी कमी है  । जिसके कारण भी इस तरह की घटनाएं आए दिन होते रहती है ।  बहरहाल देखना यह होगा कि आने वाले दिनों में जंगली जानवरों की सुरक्षा के लिए वन विभाग के साथ-साथ शासन और प्रशासन पर बैठे राजनेता किस तरह से कार्यवाही करते हैं ।

 

Join Our WhatsApp Group Join Now

 

close