खुले शौच से मुक्त ग्राम देवरीखुर्द पहुंची मिशन डायरेक्टर

Chief Editor
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dewarikhurd

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बिलासपुर । स्वच्छ भारत अभियान ग्रामीण की मिशन डायरेक्टर डाॅ. एम.गीता ने बुधवार को  जिले में तखतपुर विकासखण्ड के खुले शौच से मुक्त ग्राम देवरीखुर्द का भ्रमण कर निर्मित शौचालयों का निरीक्षण किया और ग्रामीणों से बातचीत की। इस अवसर पर संभागायुक्त  सोनमणि बोरा, कलेक्टर  सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी, स्वच्छता अभियान की डायरेक्टर सुश्री यासमिन सिंह, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी  सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे भी उपस्थित थे।
ग्राम देवरीखुर्द विगत् माह खुले शौच से मुक्त ग्राम बना है। अपने ग्राम की इस उपलब्धि को यादगार बनाने के लिए ग्रामीणों ने स्वच्छता उत्सव भी मनाया। इस ग्राम में 207 परिवार रहते हैं। जिनमें से 32 परिवारों ने अपने घरों में खुद से ही शौचालय निर्माण किया था। शेष घरों में स्वच्छ भारत मिशन के तहत् 12 हजार रूपये की राशि से शौचालय बनाएं गए। डाॅ. गीता ने आज इस गांव में पंचराम, राम मनोहर, दुकालु यादव और संजय कौशिक के घरों में जाकर निर्मित शौचालयों का निरीक्षण किया। उन्होंने परिवार की महिलाओं से बातचीत की । ग्रामीणों ने बताया कि शौचालय बनने के बाद उन्होंने बाहर शौच के लिए जाना बंद कर दिया है। डाॅ. गीता ने घर के बच्चों को भी नियमित रूप से शौचालय में जाने की आदत डालने महिलाओं से कहा।

उन्होंने निर्मित शौचालयों के लिए पानी की व्यवस्था के बारे में जानकारी ली और कहा कि जो भी गांव खुले शौच से मुक्त हो चुके हैं ,  उन गांवों में स्वच्छ भारत मिशन के उद्देश्यों के अनुरूप बाॅयों गैस, नाली निर्माण, टंकी निर्माण, कूड़ा-करकटों का उचित निपटान की व्यवस्था, उपलब्ध गोबर से वर्मीकम्पोस्ट खाद निर्माण आदि कार्य होने चाहिए। ये सुविधाएं उपलब्ध होने के बाद आगे की योजना बनाई जायेगी। गांव के ठोस व लिक्वीड वेस्ट का अलग-अलग प्रबंधन करना होगा। ग्राम पंचायत देवरीखुर्द अंतर्गत ग्राम देवरीखुर्द एवं भिलौनी शामिल है। डाॅ. गीता ने कहा कि इन दोनों ग्रामों में उपलब्ध परिस्थिति के अनुसार संपूर्ण स्वच्छता के लिए योजना बनानी होगी। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने अवगत कराया कि ग्राम देवरीखुर्द में पानी की समस्या है तथा जल स्तर नीचे चला जाता है। पीएचई विभाग के साथ समन्वय से कार्य करते हुए नरेगा अंतर्गत तीन जगहों पर बोर कराया गया। जिससे गांव वालों की पानी की समस्या निराकृत हुई है। कलेक्टर श्री सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी ने डाॅ. गीता को अवगत कराया कि इस ग्राम के पूर्व एवं वर्तमान सरपंच के सामंजस्य से यह ग्राम खुले में शौच से मुक्त ग्राम बना है। डाॅ. गीता ने खुले शौच से मुक्त ग्राम बनाने के लिए गांव वालों के प्रयास की सराहना की। इसके पूर्व संभागायुक्त, कलेक्टर एवं अन्य अधिकारियों ने गांव पहुंचने पर डाॅ. गीता का स्वागत किया और उनके साथ शौचालयों का निरीक्षण कर आवश्यक जानकारी उन्हें प्रदान की।

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