खैरागढ़ प्रधानपाठ बैराज का गेट टूटा..दर्जनों गांव और शहर में घुसा पानी…विभाग की लापवाही से जन-जीवन अस्त व्यस्त

BHASKAR MISHRA
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राजनान्दगांव/ खैरागढ़— खैरागढ़ स्थित प्रधान पाठ बैराज को गलत तरीके से आपरेट किये जाने से लाखों लोगों की जान खतरे में है। बैराज का पानी शहर आस पास के दर्जनों गांव में घुस गया है। आम जन जीवन में हायतौबा मच गयी है। घटना करीब आठ शाम के आस पास की है। खबर मिलते ही जल संसाधन विभाग के होश उड़ गये हैं। फिलहाल अभी तक ना तो घटना के लिए जिम्मेदार किसे के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की जानकारी नहींह है पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश के बाद प्रदेश तर बतर है। प्रदेश के कमोबेश सभी बांद लबालब हैं। खैरागढ़ से करीब पांच 6 किलोमीटर दूर स्थित प्रधानपाठ बैराज में पानी क्षमता से अधिक है। महाराष्ट्र राज्य में लगातार बारिश के बाद प्रधानबाठ बांध में लगातार पानी के भराव से ओव्हर फ्लो हो गया। ।सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करे

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                             ओव्हर फ्लों से बचने जलसंसाधन विभाग के अधिकारियों ने चौकीदार को बैराज के चार गेट खोलने का टेलीफोनिक आदेश दिया। चौकीदार ललित ने आदेश का पालन करते हुए बैराज के चार गेट को डेढ़ फिट से अधिक खोल दिया। नियमानुसार ऐसी स्थिति में  गेट को मात्र 4 से 5 इंच तक खोला जाना चाहिए था। लेकिन चौकीदार ने चारो गेट को डेढ़ फिट से अधिक खोल दिया।

                                             चौकीदार की लापरवाही से देखते ही देखते खैरागढ़ शहर समेत आज पास के गांव में पानी का तेजी से भराव होने लगा। इस बीच जानकारी मिली कि प्रधानपाठ बैराज का गेट नम्बर 2 पानी के तेज बहाव में उखड़ गया। देखते ही देखते बैराज का पानी शहर और ग्रामीण जन जीवन को  प्रभावित किया है। घर में पानी घुस गया है। बताया जा रहा है कि बांध के पानी को नियंत्रित करने प्रशासनिक अमला लगातार प्रयास कर रहा है। फिलहाल अभी तक खैरागढ़ और आस पास के क्षेत्र को कितना नुकसान हुआ है…जानकारी नहीं मिल सकी है। कितना पशुधन का नुकसान हुआ है इसकी भी जानकारी नहीं है। जनधन की हानि की भी फिलहाल खबर नहीं है।

                       मामले में खैरागढ़ जल संसाधन विभाग के ईई. कीजीडी रामटेके से सम्पर्क का प्रयास किया गया। रामटेके ने बताया कि हम ,इस समय साइट पर ही हैं। उन्होने इस बात से अस्वीकार किया कि गेट को डेढ़ फिट खोला ही नहीं गया। पानी के अत्यधिक दबाव से गेट नम्बर दो आगे की तरफ खिसक गया है। फिलहाल गांवों में पानी भरने की जानकारी गलत है। जबकि बांध का पानी खैरागढ़ तक पहुंचा ही नहीं है। कलेक्टर और एसडीएम भी मौके पर पहुंच गए हैं। सुबह यानि रविवार को गेट पर स्टाप लाक लगाया जाएगा।

                             रामटेके ने बार बार दुहराया कि लापरवाही किसी से नहीं हुई है। सवाल से बचते हुए रामटेके ने कहा कि हमारे क्षेत्र में 95 प्रतिशत सिंचाई हो चुकी है। धीरे धीरे पानी का बहाव कम हुआ है।

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