कमिश्नर और कलेक्टर कार्यालय में पाठ
भारत रत्न डाॅ. बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर की जन्मशती के अवसर पर एसईसीएल में अधिकारी और कर्मचारियों ने संविधान की प्रस्तावना का पाठ किया गया। 26 नवम्बर 2018 को एसईसीएल मुख्यालय प्रशासनिक भवन आगन्तुक कक्ष में अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक ए.पी. पण्डा, निदेशक तकनीकी (संचालन) कुलदीप प्रसाद, मुख्य सतर्कता अधिकारी बी.पी. शर्मा, महाप्रबंधक (उत्पादन) आर.के. निगम, महाप्रबंधक (कार्मिक-प्रशासन) ए.के. सक्सेना, विभिन्न विभागाध्यक्षों, विभिन्न श्रमसंघ पदाधिकारियों, अधिकारियों-कर्मचारियों की उपस्थिति में भारतीय संविधान की प्रस्तावना की शपथ ली। अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक श्री ए.पी. पण्डा ने प्रस्तावना को पढ़ा। इस दौरान सभी लोगों ने संकल्प के साथ प्रस्तावना के एक एक शब्द को दुहराया। सभी ने एक स्वर में कहा ’’हम, भारत के लोग, भारत को एक संपूर्ण प्रभुत्व-संपन्न समाजवादी, पंथनिरपेक्ष लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त कराने के लिए, तथा उन सब में व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखंडता सुनिश्चित करने वाली बंधुता बढ़ाने के लिए दृढ़संकल्प होकर अपनी इस संविधान सभा में आज तारीख 26 नवंबर, 1949 ई0 को एतद् द्वारा इस संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित करते हैं’’।
संविधान दिवस पर रेलवे में शपथ
संविधान दिवस पर मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय के प्रांगण में संविधान की प्रस्तावना का पाठ किया गया। इस दौरान सभी अधिकारियों ने संविधान में निहित तथ्यों को अपनाने का संकल्प लिया। इस दौरान डीआरएम आर.राजगोपाल विशेष रूप से मौजूद थे।
26 नवम्बर, 2018 को ‘‘संविधान दिवस‘‘ पर सुबह 11 बजे मंड़ल रेल प्रबंधक कार्यालय प्रांगण में मंडल रेल प्रबंधक आर.राजगोपाल, अपर मंडल रेल प्रबंधक सौरभ बंदोपाध्याय समेत उपस्थित आलाधिकारी और कर्मचारियों ने प्रस्तावना का पाठ कर संकल्प लिया कि संविधान में निहित तथ्यों को अपनाते हुए काम करेंगे। इस दौरान सभी लोगों ने नागरिकों को संपूर्ण प्रभुत्व-संपन्न समाजवादी पंथनिरपेक्ष लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समानता प्राप्त कराने तथा उनमें व्यक्ति की गरिमा, राष्ट्र की एकता और अखंडता सुनिश्चित करने वाली बंधुता बढाने संविधान की की शपथ ली।