गांव घूमने आए सैनिक का बदला दिल ..इस्तीफा देकर लड़ा चुनाव..बन गया सरपंच..कहा बदलुंगा गांव की तस्वीर

BHASKAR MISHRA
तखतपुर—( टेकचंद कारड़ा)- जनसेवा कr जुनुन में छुट्टी में घर आए एक सैनिक ने इस्तीफा दिया। इसके बाद वह सरपंच चुनाव के मैदान में कूद गया। जनता ने भी जूनूनियत का सम्मान करते हुए सैनिक को जिताकर गांव के विकास की जिम्मेदारी सौप दी है। बात ग्राम पंचायत संबलपुरी की है। एक सैनिक ने नौकरी से इस्तीफा देकर सरपंच पद का चुनाव लडा। और ग्रामीणों ने नगर सैनिक राजेश कौशिक को 307 मतों से जीत का तोहफा दिया। 
 
                    इन दिनों देश में तमाम मुद्दों के बीच बेरोजगारी भी अहम मुद्दा है। देश की बडी पार्टीयां बेरोजगारी को मुद्दा बनाकर वोट बैंक तैयार करती है। लेकिन एक रोजगार प्राप्त व्यक्ति ने  नौकरी को छोड़कर अपने लिए वोट बैंक तैयार किया है। मामला तखतपुर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत संबलपुरी का है। युवा राजेश कौशिक नगर सैनिक की पोस्ट पर सेवाएं दे रहा था। वर्दी में रहकर लोगों की सेवा करता था । जब भी गांव आता किसी लाचार व्यक्ति को देखते ही मदद के लिए दौड़ पड़ता था।
 
          संबलपुरी पंचायत बिलासपुर मुख्यालय से लगभग 10 औऱ विकासखण्ड से 25 किलोमीटर दूर है। ग्राम पंचायत की लोगों को सुविधाओं के लिए आए दिन शहर का चक्ककर लगाना पड़ता है। इसी बीच चुनाव के ठीक 15 दिन पहले राजेश कौशिक गांव घूमने आया। लोगों की परेशानियों को देखते हुए हमेशा की तरह उसका दिल भर आया।  लोगों की मांग और तमाम परेशानियों के मद्देनजर नगर सैनिक राजेश कौशिक ने सरपंच पद के लिए चुनाव लडने का फैसला कर लिया।
 
           राजेश कौशिक ने सबसे पहले नगर सैनिक पद से इस्तीफा दिया। इसके बाद वह सरपंच पद के लिए मैदान में कूद गया। इस दौरान राजेश ने जनता को विश्वास दिलाया कि वह नौकरी इसलिए छोडा है कि सच्ची सेवा अपनी गांव के लोगों की करे। इसी को अपना प्रचार का आधार बनाया। औऱ जनता ने भी राजेश के विश्वास को नहीं तोड़ा। 307 मतो से जीत दिलाकर राजेश को सरपंच बना दिया। राजेश कौशिक ने अपने निकटतम प्रतिद्धंदी बद्री विशाल साहू को भारी मतों से हरा दिया।
 
             राजेश कौशिक जब प्रमाण पत्र लेने आया..उसने भावुक होकर कहा कि वह अपने गांव के लोगों का ऋणी है। जिन्होंने उस पर भरोसा किया है। आने वाले पांच वर्षो में उनकी भरोसे पर पूरा खरा उतरूंगा।
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