रायपुर। छत्तीसगढ़ शासन के उच्च शिक्षा विभाग ने गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय बिलासपुर के राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ को समाप्त कर दिया है। शर्तों का पालन नहीं किए जाने और उपयोगिता प्रमाण पत्र उपलब्ध नहीं कराने के कारण यह कार्यवाही की गई है। गुरु घासीदास विश्वविद्यालय के वर्तमान सत्र में राष्ट्रीय सेवा योजना की इकाइयां पूर्व के समान अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय के नियंत्रण में संचालित होंगी और इससे छात्र छात्राओं को असुविधा नहीं होगी ।
जानकारी मिली है कि छत्तीसगढ़ शासन उच्च शिक्षा विभाग के राज्य एनएसएस अधिकारी ने इस तरह का आदेश जारी किया है । जिसमें कहा गया है कि राज्य शासन द्वारा गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय बिलासपुर में 13 अप्रैल 2017 को राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ की स्थापना की गई थी । इसके बाद से गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ द्वारा शर्तों का अनुपालन नहीं किया गया । साथ ही बार- बार सूचित किए जाने के बाद भी उपयोगिता प्रमाण पत्र राज्य प्रकोष्ठ को आज तक मुहैया नहीं कराया गया । इसे देखते हुए गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ को समाप्त कर दिया गया है । आदेश में यह भी कहा गया है कि गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के अंतर्गत वर्तमान सत्र में आवंटित इकाइयां वर्ष 2017 में प्रकोष्ठ स्थापना के पूर्व के समान ही अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय बिलासपुर के वित्तीय एवं संचालन नियंत्रण में संचालित होंगी । साथ ही एनएसएस छात्र छात्राओं को असुविधा न हो इसके लिए रासेयो प्रमाण पत्र गुरु घासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर के नाम युक्त ही प्रदान किए जा सकेंगे ।