बिलासपुर—मरवाही विधायक अमित जोगी ने कहा है कि मै चुप नहीं रहुंगा। जनता की आवाज बनकर प्रदेश में हर गरीब और जरूरत मंदों के घर जाउंगा। चाहे संगठन कुछ भी समझे मैं लोगों के सुख दुख में भागीदारी करता रहुंगा। इन दिनों सोशल मीडिया में अमित जोगी की आवाज में एक संदेश जमकर वायरल हुआ है। जिसमें उन्होंने प्रदेश के तमाम मुद्दों को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रश्न उठाया है। उन्होंने बताया कि कार्यशाला के दिन मैं कोरबा में था इसलिए शामिल नहीं हो सका। कोरबा का कार्यक्रम पूर्व से ही निर्धारित था।
अमित जोगी ने बताया कि संगठन के आंतरिक मामलों को जब लोग मीडिया के सामने लाते हैं तभी गुटबाजी खुलकर सामने आती है। मुझे समझ में नहीं आता कि पार्टी के सिनियर लीडर ऐसा क्यों करते हैं। अमित जोगी ने बताया कि हमारा लीडर एक है पार्टी एक है फिर मैं भी संगठन का एक हिस्सा हूं। मुझपर गुटबाजी का आरोप क्यों लगाया जाता है। उन्होंने कहा कि मैं यदि दूसरे विधान सभा क्षेत्र में जाता हूं तो इसकी खबर संगठन प्रमुख को रहती है।
मरवाही विधायक अमित जोगी ने अपने बयान में बताया कि लोहण्डीगुडा मामले में अजीत जोगी ने केदार कश्यप के खिलाफ षड़यंत्र क्यों कहा यह मैं नहीं जानता। इसका उत्तर वहीं दे सकते हैं। लेकिन उन्होंने कहा कि अच्छा होगा कि हम कांग्रेसी संगठित होकर केदार की पत्नी के मामले को अलग रखते हुए आउटसोर्सिंग,धान घोटाला, भुखमरी जैसे मुद्दों को लेकर सरकार को घेरे। तभी कांग्रेस की 2018 में कांग्रेस की सरकार बनेगी। यदि सब कुछ ठीक रहा तो हम आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनाएंगे। मै इसी लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रहा हूं।
अमित जोगी ने गुटबाजी जैसे मामले को इंकार करते हुए कहा कि जनता का दुख दर्द एक से दूर नहीं होगा इसके लिए लोगों को एक होकर काम करना पड़ेगा। अकेले मेरे बस की भी बात नहीं है। उन्होंने अंत में एक शायरी पढ़ते हुए कहा कि मै पत्थर की लकीर हूं। आंतरिक मामलों को कभी बाहर नहीं रखता। गुटबाजी की दुहाई देने वाले लोग खुद गुटबाजी कर रहे हं।