गोलबाजार में अतिक्रमण दस्ते की धमक

BHASKAR MISHRA
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IMG-20151007-WA0008बिलासपुर— यातायात पुलिस और निगम की संयुक्त अतिक्रमण दस्ते ने आज गोलबाजार पर धावा बोला। कार्रवाई के दौरान एक दुकान कों टीम ने गिरा दिया है। मालूम हो कि अतिक्रमण टीम ने चार दिन पहले अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया था। बावजूद इसके कुछ लोगों ने आदेश को गंभीरता से नहीं लिया। जिसके बाद आज कार्रवाई के दौरान एक दुकान को तोड़ा गया है।

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                     यातायात पुलिस और नगर निगम की टीम ने आज गोलबाजार पर धावा बोला। एक दुकान को जेसीबी से तोड़ा गया। इस दौरान कई दुकानों के सामने अवैध निर्माण को भी हटाया गया है। जेसीबी को देखते ही व्यापारियों में हड़कंप देखने को मिला। मालूम हो कि चार दिन पहले निगम ने व्यापारियों से बातचीत कर अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया था। कुछ लोगों ने तो अतिक्रमण हटा लिया लेकिन कुछ व्यापारियों ने निगम के निर्देशों को गंभीरता से नहीं लिया।

                   गोलबाजार मानसरोवर लाज के पास अवैध निर्माण पर कार्रवाई के अलावा कुछ दुकानों के चबूतरे भी हटाए गये हैं। इसके पहले ही गोलबाजार के दुकानदारों ने अतिक्रमण निर्माण को एक दिन पहले ही हटा लिया था। जैसा की उम्मीद की जा रही थी। गोलबाजार में अतिक्रमण हटाओं अभियान के दौरान भारी विरोध का सामना करना पड़ेगा। वैसा कुछ दिखाई नहीं दिया । कुछ लोगों का मामना है कि अतिक्रमण दस्ते को गोलबाजार से पूरी तरह अतिक्रमण हटाने में काफी मशक्कत करने पड़ेगा।

                     वहीं स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि अतिक्रमण दस्ते को चेहरा देखकर काम नही करना चाहिए। बावजूद इसके एक व्यवसायी ने बताया कि गोलबाजार में अतिक्रमण का सबसे बड़ा कारण निगम की कार्यप्रणाली जिम्मेदार है। एक तरफ तो निगम बेजाकब्जा हटाने की बात करता है तो दूसरी तरह निगम के कुछ जिम्मेदार अधिकारी अपनी जेब करने के लिए बेजाकब्जा को बढ़ावा देते हैं। जिसके चलते आज गोलबाजार का स्वरूरप ही पूरी तरह बदल चुका है। व्यापारियों की नीति और दबंगई के चलते कोई भी अधिकारी गोलबाजार में बेजाकब्जा हटाना तो दूर एक कार भी नहीं हटा सकता।

                     कलेक्टर अन्बलगन पी के फटकार के बाद कुंभकरणी नींद से जागा नगर निगम और यातायात अमला कार्रवाई तो कर रहा है लेकिन सूरत देखकर। इसके कई उदाहरण देवकीनंदन चौक से लेकर सदर बाजार तक देखें जा सकते हैं। गोलबाजार में भी ऐसा ही कुछ होने वाला है। व्यापारी ने बताया कि गोलबाजार की गलियों को बेंचकर निगम ने दुकान बनवा दिया है। अब कोर्ट की फटकार के बाद शहर की तंग गलियों और अव्यवस्थित यातायात को सुगम बनाने निगम एड़ी चोटी का जोर लगाने की पुरजोर कोशिश का दिखावा कर रहा है। इस दिखावे से आम जनता को राहत मिले ना मिले लेकिन रसूखदार व्यापारियों को फायदा जरूर मिलेगा। अच्छा हो कि गोलबाजार को अपने मूल स्वरूप में लाने के लिए निगम प्रयास करे तो हम उनके अभियान का स्वागत करेंगे।

गलियों को भी तोड़ा जाए—

             गोलबाजार प्रदेश का एक अद्भुत निर्माण है। जिसे सोच समझकर तैयार किया गया है। इसे बरबाद करने में निगम के नेताओं का ही हाथ है। गोल बाजार की वसाहट रिंग शेप में है। मेरा मानना है कि इसे दुरूस्त करने के लिए अतिक्रमण दस्ते को ईमानदारी से काम करना होगा। यदि शहर को स्मार्ट बनाना है तो हमें भी इस अभियान का समर्थन करना होगा। जिन गलियां को ब्लाक कर दुकान बनाया गया है। उसे भी तोड़ा जाए।

                                                         सुधीर खण्डेलवाल गोलाबाजार व्यापारी

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